देहरादून- गर्मी बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड में वनों में आग की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। खासकर पहाड़ी जिलों में जंगल धूं-धूं कर जल रहे हैं, जिससे लाखों की वन संपदा खाक हो चुकी है। औऱ कई जानवरों की जान जा चुकी है. ऐसे में उत्तराखंड के लिए वरदान साबित हो रहे उत्तराखंड पुलिस के एसडीआरएफ के जवान जो जंगलों की आग बुझाने का काम कर रेह हैं.
वन मंत्री हरक सिंह रावत चुप, जवान आए आगे
जो काम वन विभाग का था वो काम उत्तराखंड पुलिस की एसडीआरएफ की टीम कर रही है. एसडीआरएफ टीम को हमारा सलाम है. जहां अभी तक वन मंत्री हरक सिंह रावत चुप बैठे हैं तो वही जंगलों में आग बुझाने के लिए आगे आए पुलिस के जवान.
हालांकि वन विभाग की टीम लगातार वनाग्नि पर काबू करने का प्रयास कर रही है लेकिन तपती गर्मी में वनों की तेजी से फैलती आग को रोक पाना किसी चुनौती से कम नहीं है।
वन विभाग के साथ ही उत्तराखंड पुलिस के एसडीआरएफ दल के जवान भी लगातार वनों की आग को बुझाने में जुटे हुए हैं। खासकर ये आग रिहायशी इलाकों को कोई नुकसान न पहुंच पाए इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बेहद शर्मनाक है
बड़ा सवाल ये है कि वन महकमे के मंत्री हरक सिंह रावत औऱ वन विभागी के अधिकारी कहां सोए हैं. उनकी तरफ से क्यों अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. ये बेहद शर्मनाक है.