देहरादून-सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने वालों की अब खैर नहीं. जी हां उत्तराखंड पुलिस एक्शन मूड में है औऱ उन पर नजर बनाए है जो सोशल मीडिया यानिकी फेसबुक औऱ व्हाट्सप गुप्रों में अफवाह फैलाते हैं. इसकी जानकारी एडीजी अशोक कुमार ने दी.
साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस चला रही विशेष अभियान
दरअसल प्रदेश में बढ़े साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस विशेष अभियान चला रही है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों और अश्लीलता फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है। सुबूत मिलने पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि बीते दिनों से प्रदेश के जनपदों में कुछ अराजक तत्वों द्वारा सामाजिक माहौल को खराब करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया WhatsApp, Facebook पर कुछ झूठे औऱ भ्रामक सन्देश फैलाए जा रहे हैं. जिससे समाज में माहौल खराब हो रहा है.
एडीजी ने बताया कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की झूठी सूचना देना दण्डनीय अपराध है। साथ ही बताया कि जनपद पुलिस ने ऐसे भ्रामक सन्देश प्रसारित करने वालों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की है।
साथ ही एडीजी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि फेसबुक, ट्विटर या व्हट्सएप्प में पोस्ट को डालने से पहले अपने विवेक से काम लें। कोई भी मैसेज या विडियो शेयर करने से पहले उसकी वास्तविकता का भी पता लगाएं, बिना सच्चाई का पता किए कोई भी विडियो या पोस्ट शेयर नहीं करें। आप सभी लोगों से अनुरोध है कि इस प्रकार की भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान ना दे, ना ही सोशल मीडिया में इसे शेयर करें। इस सम्बन्ध में अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें।
एडीजी ने सचेत करते हुए कहा कि सोच विचार कर, खबर की पुष्टि कर पोस्ट एवं शेयर करें। अन्यथा शेयर करने वालों पर भी मुकदमा/FIR दर्ज की जा सकती है। एडीजी ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस हमेशा आपके साथ है और आपके हितों की रक्षा को तत्पर है।