बागेश्वर(गरुड़)- थाना बैजनाथ पुलिस ने फर्जी सीबीआई इंस्पेक्टर और उसके साथी को धर दबोचा और कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस ने अभियुक्तों का वाहन भी जब्त कर लिया है। इस के साथ ही एसपी मुकेश कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिले के थानाध्यक्षों से संदिग्ध लोगों पर पैनी नजर रखने को कहा है।
खुद को बताया कभी सीबीआई इंस्पेक्टर तो कभी दिल्ली इंटरपोल विंग का एएसपी
बैजनाथ थाने की पुलिस ने बिनखोली (नौकुड़ा) में आनंद सिंह बिष्ट के घर पर तीन दिन से रह रहे दो संदिग्धों को रविवार की देर रात हिरासत में लिया था। इनमें से एक ढंढेरा थाना रुड़की निवासी मनोज कुमार नागर कभी खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर बता रहा था तो कभी दिल्ली इंटरपोल विंग का एएसपी। जबकि, बिजौली थाना मंगलौर निवासी प्रवेश कुमार ने खुद को फर्जी इंस्पेक्टर का ड्राइवर बताया था।
विभिन्न धराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर भेजा जेल
पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 171, 420, 467 और 468 के तहत मामला दर्ज कर दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को अल्मोड़ा जेल भेज दिया। अभियुक्तों से दिल्ली इंटरपोल विंग एएसपी, सीबीआई इंस्पेक्टर, डायरेक्टर ऑफ सिविल डिफेंस दिल्ली की फर्जी आईडी, फर्जी मतदाता पहचान पत्र बरामद हुए हैं।
सभी थानाध्यक्षों को संदिग्धों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए
थानाध्यक्ष मदन लाल ने बताया कि अभियुक्त की आल्टो कार डीएल 3 सीएडी 7121 को भी जब्त कर लिया है। एसपी मुकेश कुमार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए जिले के सभी थानाध्यक्षों को संदिग्धों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने थानाध्यक्ष बैजनाथ को निर्देश दिए कि अभियुक्त तीन दिन से नौकुड़ा बिनखोली में जिस घर में बिना सूचना के रह रहे थे उस घर के मुखिया के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करें।