धनसाली- दहेज की मांग करना, दहेज के लिए प्रताड़ित करना कानून जुर्म है, लेकिन फिर भी अपनी लालच पर काबू न पाने वाले आज भी बेटी-बहु को परेशान करते हैं यहां तक की मौत के घाट भी उतार देते है…एक बार भी उनके बारे में नहीं सोचते जिन्होंने लाड-प्यार से अपनी बेटी को पाला-पोसा और भरोसे के साथ उस घर भेजा जिसे उन्होंने बहु नहीं बेटी कहकर अपनाया लेकिन एक दिन पैसों के लिए उसी बेटी की हत्या कर दी जाएगी ये किसी भी मां-बाप ने सपने में भी नहीं सोचा होगा..
उत्तराखंड में दहेज से सम्बंधित मामले कम ही सुनने में आते थे, लेकिन इस बाबत पर यकीन कर पाना मुश्किल है. जी हां धनोल्टी के जौनपुर विकास खण्ड के आबली गांव मे इन दिनो मातम का साया पसरा हुआ है. इस गांव की बेटी रीना रावत की हत्या 5 अक्टुबर की रात को दहेज के लिए कर दी गई. लड़की के माता-पिता औऱ रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि रीना के पति औऱ सास-ससुर ने दहेज के लिए 5 अक्टूबर को मुम्बई के पूणे में उनकी बेटी की गला घोटकर हत्याकर दी.
22 अप्रेल 2016 को इसी गांव की बेटी रीना रावत का विवाह पड़ोस के गांव मखडेत व हाल निवासी लोनावाला लखानी पार्क न्यू तुंगली तहसील मवाल, पुणे महाराष्ट के प्रमोद रावत पुत्र डिगम्बर सिंह रावत के साथ उत्तराखण्ड के टिहरी के आबली गांव मे हुआ था. लेकिन शायद ही किसी को पता हो की विवाह के 18 महीने बाद ही दहेज के लिए पति व ससुराल वालों ने रीना की हत्या कर दी.
पुरे आबली गांव मे इस घटना के बाद मातम छाया हुआ है साथ ही आक्रोश भी है. रीना के घरवालों और सभी गांव वालों का कहना है कि इस केस को महाराष्ट्र की बजाय उत्तराखण्ड के न्यायालय में ट्रांसफर किया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए.
आपको बता दें रीना के पिता वर्तमान में दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते है. महावीर सिहं का कहना है की उनकी बेटी की बात अपनी मां व उनके साथ रात के 10 बजे हुई थी, वो रो रही थी और दहेज मांगने का आरोप अपने ससुराल वालों पर लगा रही थी. रीना के पिता ने बताया कि विवाह में गहनो के साथ-साथ ढेड़ लाख रूपये नगद ससुराल वालों के खाते में डाले थे. और शादी के बाद भी कई बार नगद पैसे उन्होंने रीना के पति और ससुराल वालों के खाते में भेजे थे.
रीना के पिता ने बताया कि उनकी लालच बढ़ रही थी और हम उसे ज्यादा समय तक पूरा नहीं कर पाए..जब तक हम पैसे भेज रहे थे तब तक सब ठीक था लेकिन 5 अक्टूबर की रा़त 2 बजे रीना के पति प्रमोद रावत, सास अकला दंवी, ननद पूजा रावत, ससुर डिगम्बर रावत ने गला घोटकर रीना की हत्या कर दी.
रीना के माता-पिता ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस केस को महाराष्ट्र की अदालत से उत्तराखण्ड में ट्रांसफर किया जाए. मायके वालो का कहना है कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा में ही कोर्ट मे बात चीत होती हे जो उनकी समझ से बाहर है जिस कारण रीना के माता-पिता इस केश को उत्तराखण्ड में बदली करना चाहते है।