देहरादून: 4 मार्च से 8 मार्च तक पर्यटन पुलिस की पांच दिवासीय कार्यशाला का आयोजन के आज तीसरे दिन अशोक कुमार अपर पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा “पर्यटन पुलिस की भूमिका” पर विस्तारपूर्वक बताया गया। ट्रेंनिग में आये सभी पुलिस कर्मियों से सर्वप्रथम प्रश्न पूछे गये, कि यात्रा के दौरान किन-किन दिक्ततों का सामाना करना पडता है।*
इस बार पर्यटन पुलिस चार-धाम यात्रा के दौरान अहम् भूमिका निभायेगी। सभी पर्यटन पुलिस कर्मियों “चार-धाम पर्यटन पुलिस गुप्र” Wapp group से जोड़ा जायेगा। जिसमें उत्तराखण्ड के सभी जनपदप्रभारीयों के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारियों को भी जोडा जायेग साथ ही 108,PWD,BRO,मौसम विभाग,स्वास्थय विभाग,पर्यटन विभाग के अधिकारियों को भी जोडा जायेगा। जिससे चार-धाम यात्रा के दौरान समन्वय बनाया जा सके। साथ ही समय-समय पर एफ.एम रेडियों के माध्यम से भी यात्रियों को जानकारी दी जायेगी। सभी पर्यटन पुलिस कर्मियों को चार-धाम यात्रा शुरु होने से पहले सभी जनपदप्रभारियों को पर्यटन पुलिस बूथ स्थापित कर नियुक्त करने के निर्देश दिये गये है।
सभी पर्यटन पुलिस कर्मियों को इस बार पांच दिन का विशेष कोर्स कराया जा रहा है। जिससे पर्यटन पुलिस पूरे सेवाभाव से उत्तराखण्ड में आये यात्रियों को सुरक्षा व सुविधा प्रधान करने में सक्षम हो। सभी पर्यटन पुलिस कर्मियों को florancent jacket दी जा रही है। इनकी नियुक्ति शहरी क्षेत्रों में जहां रेलवे स्ट्रेशनों व बस अड्डो,पर्यटन पुलिस केन्द्र स्थापित कर नियुक्ति की जायेगी वहीं दूसरी ओर पहाडी जनपदों में यातायात मार्गो में मुख्य-मुख्य मार्गों में तैनात की जायेगी। पर्यटन पुलिस कर्मियों को फ्रस्ट एण्ड बॉक्स दी जाएगी जोकि जीवन रक्षक दवाईयों से लैस होगे। ताकि आपात कालीन स्थिति में यात्रियों को प्राथमिक उपचार दिया जा सके।
इस पर्यटन पुलिस कोर्स में पूरे उत्तराखण्ड के सभी जनपदों से लगभग 125 पुलिस कर्मियों ने प्रतिभाग किया गया है। जिसमें 93 पुलिस कर्मी गढवाल रेन्ज से व 32 कुमाऊ रेन्ज से है। इस कोर्स में 16 महिला पुलिस कर्मीयों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
इस दौरान पुष्पक ज्योति पुलिस उपमहानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र, निहारिका भट्ट अपर पुलिस अधीक्षक देहरादून के साथ पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।