मुंबई- पंजाब नेशनल बैंक के साथ 11500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में CBI ने शनिवार को तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने पीएनबी के पूर्व डिप्टी मेनेजर गोकुलनाथ शेट्ठी, मनोज खरात (पूर्व पीएनबी अधिकारी) और हेमंत भट्ट को गिरफ्तार किया है।
तीनों आरोपीयों को मुंबई सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा
पीएनबी धोखाधड़ी मामले में आज तीनों आरोपीयों को मुंबई सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई तीनों ही आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर के मामले की जांच कर रही है। सीबीआई अधिकारी का कहना है कि शेट्टी और खरात ने नीरव मोदी की कंपनियों के साथ मिलीभगत कर के 754.9 2 मिलियन अमरीकी डॉलर का पीएनबी बैंक को धोखा दिया है।
धोखाधड़ी के मामले में नीरव मोदी का पूरा परिवार शामिल
मामले की जांच कर रही सीबीआई के एक अधिकारी का कहना है कि यह धोखाधड़ी भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं के पक्ष में अनधिकृत और धोखाधड़ी पत्र जारी करने और आरोपी कंपनियों के विदेशी आपूर्तिकर्ताओं के पक्ष में कथित विदेशी पत्र क्रेडिट के मामले में किया गया। शुक्रवार को इस मामले से जुडे आठ पीएनबी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था। अधिकारी का कहना है कि अब निलंबित कर्मचारियों की संख्या 18 हो गई है। जिसमें महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं। बैंक की आंतरिक जांच अभी भी चल रही है।
नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चौकसी पहले ही पीएनबी धोखाधड़ी के मामले में फंसे हैं। नीरव मोदी का ब्रांड ‘निर्व मोदी’ हैं, जबकि मेहुल चौकसी का गीतांजलि रत्न है। पीएनबी ने दो वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की है। सीबीआई ने 31 जनवरी को इन लोगों के खिलाफ औपचारिक मामला दर्ज किया था। जिसमें निरव मोदी, उनकी पत्नी अमी, भाई निशाल और मेहुल चौकसी शामिल हैं।