हरिद्वार: सहकारी समिति के मिनी बैंक में तीन करोड़ रुपये के घोटाले में समिति के सचिव और बैंक प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं सहायक सहकारिता विकास अधिकारी की ओर से गबन करने के आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। छह माह से घोटाले की जांच की जा रही थी, लेकिन अब दोनों आरोपितों पर कार्रवाई होने से विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
सितंबर में सहकारिता विभाग की ओर से सात समितियों के मिनी बैंकों में गड़बड़झाले सामने आए थे। जिस पर सितंबर में सहायक निबंधक की ओर से बैंकों की जांच बैठाई गई थी। सलेमपुर सहकारी समिति की ओर से गढ़मीरपुर गांव में खोले गए बैंक की जांच भी चल रही थी।
जांच रिपोर्ट आने के बाद बैंक में दो करोड़ 89 लाख रुपये का गबन सामने आया है। बैंक की बैलेंस सीट बनाने पर खाते में दो करोड़ 89 लाख रुपये कम मिले हैं। जिस पर सहायक निबंधक मनोज कुमार पुनेठा की ओर से समिति के सचिव नरेश कुमार व बैंक प्रभारी नितिन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
साथ ही, बहादराबाद के सहायक सहकारिता अधिकारी आरके सुमन की ओर से रानीपुर थाने में तहरीर देकर आरोपित गढ़ निवासी समिति सचिव नरेश कुमार पुत्र मुखराम एवं मीरपुर निवासी बैंक प्रभारी नितिन पुत्र राकेश कुमार पर घोटाले का मुकदमा दर्ज कराया गया है। रानीपुर कोतवाल प्रभारी ऐश्वर्य पाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।