देहरादून- देहरादून की विजिलेंस की टीम ने पटवारी को 13 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.दरअशल शिकायतकर्ता टिहरी निवासी ने सोमवार को एक शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून को दिया था. जिसमें उसमे आरोप लगाया खा कि उसके और उसके पड़ोसी उदय सिंह असवाल के मध्य जमीनी विवाद चल रहा है। उदय सिंह असवाल द्वारा शिकायतकर्ता व उसके भाईयों के विरूद्ध घर पर पथराव करने, कार से कुचलने का प्रयास करने, गाली गलौच करने व जान से मारने की धमकी का आरोप लगाते हुये एक तहरीर कीर्तिनगर एसडीएम को दी गयी थी. जिसकी जांच पटवारी नारायण दत्त जोशी के द्वारा की जा रही है।
नाम हटाने के नाम पर मांगी थी 15,000 की रिश्वत
इस प्रार्थना पत्र की जांच के सम्बन्ध में पटवारी नारायण दत्त जोशी ने शिकायतकर्ता को बताया गया कि अब तक की जांच में तुम लोगों का नाम आ रहा है। इस पर पटवारी नारायण दत्त जोशी ने कहा गया कि मैं तुम चार लोगों में से जितेन्द्र सिंह व लल्लू के नाम हटा सकता है, लेकिन इसके बदले कुछ खर्चा करना पड़ेगा। पटवारी नारायण दत्त जोशी ने नाम हटाने के लिये शिकायतकर्ता से 15,000 रूपये रिश्वत की मांग की गयी. जिस पर पटवारी नारायण दत्त जोशी 13,000/- रूपये रिश्वत लेकर काम करने का राजी हुआ है। पटवारी नारायण दत्त जोशी द्वारा शिकायतकर्ता को रिश्वत की रकम लेकर दिनांक 23.05.2018 को अपनी चौकी पर बुलाया गया है।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून द्वारा शिकायतकर्ता के शिकायती प्रार्थना पत्र की गोपनीय जांच से आरोप सही पाते हुए नियमानुसार ट्रैप संचालन हेतु ट्रैप टीम का गठन किया गया।
13,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया
बुधवार को आरोपी नारायण दत्त जोशी पुत्र टीका राम जोशी जो की पो. रूद्रपुर के गांव देवथला का निवासी है औऱ हाल ही में देहरादून (विकासनगर) में राजस्व उपनिरीक्षक पद पर तैनात है. सतर्कता सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा राजस्व चौकी ललतपाठो से 13,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
आरोपी के विरूद्ध थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर विभिन्न धाराओ के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आगे की कार्रवाही की जा रही है.