देहरादून- सेहत के सवाल से जूझते उत्तराखंड को एक और मेडिकल कॉलेज मिल गया है। आज देहरादून में दून मेडिकल कालेज का लोकार्पण किया गया। राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज दून मेडिकल कॉलेज को राज्य की जनता को समर्पित किया। लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज से राज्य की जनता को बड़ी मदद मिलेगी। 150 सीट वाले दून मेडिकल कॉलेज मे 85 फीसदी एमबीबीएस की सीटें उत्तराखंड के छात्रों के लिए आराक्षित रहेंगी जबकि 15 फीसदी सीट पर दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए रखी गई हैं।
दून मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नीट के जरिए ही होगा। दून मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कालेज मे ढांचागत कुछ काम बाकि है जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि इसी सत्र में सितंबर से दून मेडिकल कालेज मे डॉक्टरी की पढाई शुरू हो जाएगी। दून मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण के मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री दिनेश धनै और देहरादून के मेयर विनोद चमोली भी मौजूद थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री दिेनेश धनै ने दून मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण के मौके पर कहा कि राज्य के हर आदमी को इलाज संभव हो इसके लिए सरकार व्यवस्था करेगी और इसके लिए प्रतिबध भी है।
इस सत्र से दून मेडिकल कॉलेज में पढाई शुरू हो जाएगी 5 साल बाद राज्य को डाक्टर भी मिल जायेंगे। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या वो पहाड़ी छात्र पहाड़ की पीड़ा को कर्णप्रयाग में तैनात सरकारी सर्जन डा राजीव शर्मा की तरह समझ पांएगे जो आजतक कर्णप्रयाग में डटे हुए हैं और आस-पास के पहाड़ी इलाकों मे ईलाज देने को हमेशा तैयार रहते हैं और कभी तबादला कराने की सोचते भी नही है।