देहरादून- टिहरी झील में वाटर स्कीइंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम को मिल गई है। शनिवार को टिहरी झील में बनी करोड़ों की प्रॉपर्टी और संसाधनों को जीएमवीएन के हैंडओवर कर दिया गया। अब 24 मई से निगम इनका विधिवत संचालन करेगा।
टिहरी झील 42 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली है। यहां वाटर स्कीइंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए साहसिक अकादमी के संचालन की योजना बनाई गई। इसके लिए नवंबर 2015 में एडीबी के सौजन्य से करीब 50 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण भी हुआ था। मगर, सरकार की ढुलमुल नीति के चलते यह योजना मूर्त रूप नहीं ले सकी। कुछ दिन पहले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटन विभाग की बोर्ड बैठक में अफसरों को लताड़ लगाई तो अफसरों ने मंत्री के फरमान पर गौर किया। इसके बाद पर्यटन विभाग ने आनन-फानन में योजना बनाते हुए इसकी संचालन की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम को दे दी।
इसके लिए टिहरी झील में बनी फ्लोटिंग हट्स, फ्लोटिंग मरीना और साहसिक अकादमी भवन को निगम के हैंडओवर कर दिए हैं। दो दिन तक निगम के अफसरों ने टिहरी में रहकर इस कार्रवाई को पूरा किया है। अब आगे से टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स से लेकर स्कीइंग गतिविधियां जीएमवीएन ही संचालित करेगा। अब निगम का अनुभवी स्टाफ और संसाधन इस काम को बखूबी अंजाम देगा। इसके लिए निगम ने चार अनुभवी मैनेजर और स्टाफ को भी यहां तैनात कर दिया है। निगम की एमडी ज्योति नीरज खैरवाल और जीएम पर्यटन बीएल राणा ने भी टिहरी पहुंचकर संचालन की जिम्मेदारी निगम को सौंपी।