देहरादून:महिला सशक्तीकरण को लेकर पुलिस भी आगे आई है। अभी तक केवल हरिद्वार व देहरादून में महिलाओं को थाना-चौकी का प्रभार दिया गया था। लेकिन अब पुलिस मुख्यालय ने सभी जनपदों में थाना और चौकी इंचार्ज की जिम्मेदारी महिलाओं को भी देने के आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में जनवरी तक गढ़वाल और कुमाऊं रेंज से रिपोर्ट मांगी गई है। जिम्मेदारी देने से पहले योग्यता, कार्यक्षमता और वरिष्ठता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
हरिद्वार में महिला इंस्पेक्टर है थाना प्रभारी व दो महिला दरोगा देहरादून में चौकी प्रभारी
राज्य में करीब नौ महिला इंस्पेक्टर और 297 महिला दारोगा वर्तमान में कार्यरत हैं। इसके अलावा अभी 40 महिला दारोगा भी पीटसी नरेन्द्रनगर में ट्रेनिंग ले रही है। मगर अभी तक हरिद्वार में महिला इंस्पेक्टर को थाना प्रभारी और दो महिला दरोगा को देहरादून में चौकी प्रभारी का दायित्व दिया गया है। इसके अलावा अन्य महिला अधिकारियों को मौका नहीं दिया गया था।
वरिष्ठता, योग्यता और कार्य क्षमता का आंकलन जरूरी
रुड़की की इंस्पेक्टर साधना त्यागी के द्वारा दो शूटरों को पकड़ने के बाद पुलिस मुख्यालय ने अब महिला इंस्पेक्टर और दारोगाओं को पुलिस चौकी और थानों की जिम्मेदारी दिए जाने के लिए कदम उठाया है। पुलिस मुख्यालय ने मंगलवार को जारी आदेश में कहा गया कि महिला इंस्पेक्टरों और दरोगा को भी इंचार्ज की जिम्मेदारी दी जाए। जिम्मेदारी देने से पहले वरिष्ठता, योग्यता और कार्य क्षमता का जरूर आंकलन किया जाए। मुख्यालय ने गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के डीआइजी से इस संबंध में प्रत्येक जनपद की स्थिति पर रिपोर्ट भी तलब की है।
महिला इंस्पेक्टर और दारोगाओं को भी थाना और चौकियों में बतौर इंचार्ज के अवसर मिलने जरूरी हैं। इससे उनकी कार्य करने की क्षमता बढ़ेगी। इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है।
अशोक कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर