देहरादून(पं.चंद्रबल्लभ फोंदणी)- एक तो घरेलू के गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं ऊपर से आलम ये है कि जिस परिवार मे सिलेंडर पूरे एक महीने चलता था अब 20 दिन में हीं सिलेंडर खत्म हो जा रहा है। ये शिकायत है डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के रानीपोखरी गांव के रैनापुर-बिशनगढ़ मार्ग पर रहने वाली कई महिलाओं की।
महिलाओं का कहना है कि पिछले दो-तीन महीने से यही आलम है। महिलाएं शिकायती अंदाज में कहती हैं होम डिलीवरी की सहूलियत तो मिली लेकिन डिलीवरी वैन से मिलने वाले सिलेंडर्स के कम गैस आपूर्ति की जा रही है। इस इलाके में रहने वाली विजय लक्ष्मी, पूजा और शीला पुंडीर जैसी तमाम महिलाओं का आरोप है कि डिलीवरी करने वाले कभी भी सिलेंडर तौल कर नहीं देते। पिछले महीने गैस के कम चलने का हवाला दो तो उनकी ओर से बदलते मौसम के सिर ठीकरा फोड़ दिया जाता है। महिलाओं की माने तो डिलीवरी मैन कहते हैं कि सर्दियां शुरू होने वाली है लिहाजा गैस जमने लगी है इसलिए कम चलती है। हालांकि महिलाओं को शक है कि सिलेंडर में कुछ न कुछ गड़बड़ी होती है।
बहरहाल जब इस आरोप को जब रानीपोखरी गैस एजेंसी के प्रबंधक विक्रम सिंह बिष्ट के सामने फोन वार्ता कर khabaruttarakhand.com के संवाददाता ने रखा तो प्रबंधक महोदय ने भी मौसम का हवाला दिया । प्रबंधक साहब ने भी संभावना जताते हुए कहा कि सिलेंडर में रसोई गैस द्रव रूप में होती है और सर्दियों के मौसम मे कुछ हद तक जम जाती है इसलिए संभव है कि सिलेंडर कम चलें। हलांकि उन्होने कहा कि उपभोक्ता सिलेंडर को डिलीवरी मैन से तौल करवा कर ले। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि घटतौली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अगर डिलीवरी मैन सिलेंडर तौलने में आनाकानी करते हैं तो उसकी शिकायत सीधे उनसे की जा सकती है।
बहरहाल असल बात ये है कि बिना आग के धुआं नहीं होता। अगर रैनापुर-बिशनगढ़ मार्ग की घरेलू महिलाओं को कम गैस आपूर्ति की शिकायत है तो जरूर कोई बात होगी। वरना जब से इस इलाके में गैस ऐंजेंसी ने होम डिलीवरी शुरू की है पिछले दो तीन महीनों से ही कम गैस की आपूर्ति की शिकायत उठ रही है।
बात ये भी है कि अगर डिलीवरीमैन्स का यही रवैया रहा तो वो दिन दूर नहीं जब स्थानीय जनता फिर गैस गोदाम की ओर सिलेंडर आपूर्ति के लिए रुख करे। लेकिन ऐसे में उन परिवारों का क्या होगा जिनके सदस्यकाम काजी है और रोजगार के लिए सुबह घर ने निकलते हैं और सांझ ढले आते हैं। लिहाजा जरूरत इस बात की भी है कि गैस ऐजेंसी अपने डिलीवरी मैन्स पर बारीकी से निगाह रखे ताकि जनता का होम डिलीवरी सिस्टम पर भरोंसा बरकरार रहे।