देहरादून- राज्य की अस्थायी राजधानी के दून अस्पताल में मरीज कई जगहों से इलाज कराने आते हैं. राजधानी में होने कारण ऐसा लगता है कि यहां सारी सुविधाए उपलब्ध होगी. लेकिन एक के बाद एक यहां की शिकायतें सामने आती रही है.कभी बेड को लेकर तो कभी दवाईयों को लेकर कभी, कभी पीने के पानी को लेकर तो कभी कमरों में लगे पंखों को लेकर.
वहीं इस बार दून अस्पताल की कैंटीन के खाना को लेकर बड़ा मामला सामने आया है. जी हां दून अस्पताल के कैंटीन के खाने को खाकर मरीज की हालत बिगड़ गई. दरअसल मरीज को दिए जाने वाले खाने में कीड़े निकले. जिसके बाद जमकर हंगामा मचा और पीड़ित ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ पुलिस चौकी में दी तहरीर. शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में बुधवार को मरीजों को दिए जाने वाले खाने को खाने से एक तीमारदार की तबीयत बिगड़ गई। जिसका इलाज चल रहा है.
मूलरूप से बिहार निवासी संजय दून के नींबूवाला में किराए पर रहता है। कुछ दिन पहले खेलते समय संजय के 15 वर्षीय बेटे सुशील के नाजुक अंग पर चोट लग गई थी, जिस पर उसे दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से यहां उसका इलाज चल रहा था। बुधवार को संजय और उसकी पत्नी बेटे की देखभाल के लिए वहां मौजूद थे। दोपहर में अस्पताल की कैंटीन से सुशील के लिए दाल-चावल दिया गया। जिसे इच्छा न होने की बात कहकर सुशील ने खाने से मना कर दिया।
खाना बेकार न जाए इसलिए वह खाना संजय ने खा लिया। खाना खाते ही उसकी हालत बिगड़ गई। यह देख वहां हड़कंप मच गया। संजय की पत्नी ने बताया कि खाने में कीड़े थे, जिनका पता बचे हुए खाने को देकर चला।
वहीं कैंटीन संचालक मनोज शर्मा का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मुझे जो सूचना मिली है, उसमें पता चला है कि कैंटीन के खाने में नहीं मरीज के परिवार के घर से लाए गए खाने में कीड़ा निकला है।