देहरादून- मणिपुर और गोवा मे स्पष्ट बहुमत न मिलने के बाद भी भाजपा ने सीएम का चेहरा तय करते हुए शपथ दिलवा दी। लेकिन यूपी और उत्तराखंड मे प्रचंड बहुमत के बाद भी सीएम कौन बनेगा इस पर खबर लिखने तक सस्पेंस बना हुआ है।
नतीजे 11 मार्च को आ गए थे। जबकि 16 मार्च तक भाजपा रावत ब्रदर्श और पंत के बीच ही पांच दिनों से फंसी हुई है। बावजूद इसके फिलहाल पांच दिनो की कसरत के बाद ये तय हो गया है कि 17 मार्च को नेता चयन के लिए भाजपा विधायक दल की बैठक होकर रहेगी। जिसमें आलाकमान के सुझाए नाम पर चुने जनप्रतिनिधियों को सर्वसम्मति की मोहर लगानी ही पड़ेगी।
ऐसे में उम्मीद है कि कल सीएम के नाम से कुंहासा पूरी तरह से हट जाएगा, क्योंकि 18 मार्च को अपराह्न 3 बजे सीएम शपथ ग्रहण का वक्त मुकर्रर हो गया है। विधायकों का मन टटोलने और आलाकमान का तय संदेश देने पर्यवेक्षक कभी भी आ सकते हैं।