हल्द्वानी का लाल योगेश परगाई नक्सलियों से लोहा लेते हुए नागालैंड में शहीद हो गया। नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के दौरान योगेश को गोली लग गई और वह देश के लिए शहीद हो गया। योगेश के शहीद होने की सूचना सेना के अफसरों ने सुबह 3:00 बजे योगेश के परिजनों को फोन पर दी, जिसके बाद से परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। जानकारी मिलते ही नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी योगेश के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया.
बताते चलें कि योगेश 4 वर्ष पूर्व सेना के कुमाऊं रेजीमेंट में बतौर सिपाही के तौर पर भर्ती हुआ था, वर्तमान में योगेश की पोस्टिंग नागालैंड में थी। योगेश अपने तीन भाइयों और पांच बहनों में सबसे छोटा था. योगेश के सभी भाइयों और बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि योगेश की अभी शादी नहीं हुई थी। योगेश का पैतृक गांव ओखल कांडा ब्लॉक में है जबकि वर्तमान में पूरा परिवार हल्द्वानी के बिठोरिया में रहता है। योगेश के एक भाई दुकान चलाते हैं तो दूसरे भाई सिडकुल में एक कंपनी में जॉब करते हैं।
योगेश के भाइयों का कहना है कि उनके भाई का देश के लिए शहीद होना पूरे परिवार के लिए गर्व की बात है। गौरतलब है कि शहीद योगेश के पिता उन्हें 5 माह की आयु में ही दुनिया छोड़ कर चले गए थे, जिसके बाद उनकी मां ने मेहनत मजदूरी कर उन्हें पाल पोस कर बड़ा किया।
वहीं योगेश के शहीद होने की खबर सुनते ही पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। इधर जानकारी मिलते ही नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी योगेश के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया, इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे जवान देश के लिए शहीद हो रहे हैं. सरकार को जम्मू-कश्मीर के अलावा नक्सलियों से निपटने के लिए भी कोई ठोस रणनीति बनानी चाहिए।