रुद्रपुर(उधमसिंहनगर)- कफन में जेब नहीं होती और दुनिया से खाली हाथ जाना होता है ये जानने के बावजूद भी लालच के अंधे रसूखदारों ने सरकार से लेकर जनता तक सबको छला। राष्ट्रीय राजमार्ग NH-74 के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजे में जो गड़बड़ियां लगातार सामने आ रहे हैं वो तो यही सबित हो रहा हैं।
सूबे मे सुर्खियां बटोर चुका NH-74 मुआवजा घोटाले की जांच में परत दर परत पता चल रहा है कि कैसे तिकड़मबाजों ने खेती की जमीन को कामर्शियल बनाया और कैसे बंजर जमीन को कृषि योग्य दिखाया। जिस भूमि को खतौनी में गैर कृषि दर्शाया गया था, उसी भूमि पर खसरे में फसल उगी हुई थी।
एेसे मामले जसपुर से लेकर सितारगंज तक सामने आए। काशीपुर में कई मामलों में ऐसे तथ्य सामने आए, जो घोटाले की तस्वीर को बयां करने के लिए काफी थे। भूमि अधिग्रहण मुआवजा घोटाले में कृषि भूमि को मुआवजा अधिक पाने की लालसा में मिलीभगत के साथ खेती से व्यवसायिक करने का खेल खेलने के बाद करोड़ों के वारे-न्यारे कर सरकारी खजाने को लूटने का काम किया गया।
इसकी हकीकत कृषि भूमि पर बोई गई फसल का लेखा-जोखा रखने वाले खसरे से बयां हुई है। ऐसे कई मामले सामने आए जिसमें खतौनी तो भूमि के अकृषक होने का प्रमाण दे रही है लेकिन खसरे में उक्त भूमि पर फसल बोई दिखाई गई है। ऐसे ही मामले मुआवजा अधिक पाने की लालसा में किए गए का खुलासा कर रहे हैं।
काशीपुर तहसील के कचनालगुसांई, शिवलालपुर अमर झंडा, गिरध्याई आदि गांवों के ऐसे मामले सामने आए हैं। यह इस बात का संकेत करता है कि भूमि को कागजों में भले ही अकृषक दर्ज कर लिया गया हो, लेकिन उस पर या तो खेती हो रही है या फिर तहसीलकर्मियों ने घर बैठे ही उक्त भूमि पर बिना पड़ताल के ही फसल बोई दिखा दी। इसके चलते इन गांवों में मुआवजा वितरण प्रक्रिया भी सवालों के घेरे में है।
गौरतलब ये है कि काशीपुर के ग्राम कचनालगुसांई के खसरा संख्या 6 खतौनी फसली वर्ष 4-47 में दर्ज काशीपुर के राजस्व वाद संख्या /6 वर्ष 008-09 आदेश ..008 के अंतर्गत धारा 4 गैर कृषि दर्ज है। लेकिन, खसरा फसली वर्ष 4 फसली की नकल में उक्त खसरा में कृषि कार्य होना दर्ज है।
वहीं काशीपुर तहसील के ग्राम शिवलालपुर अमर झंडा के खसरा संख्या खतौनी फसली वर्ष 48-4 में दर्ज राजस्व वाद संख्या /5 वर्ष 00- आदेश दिनांक 9.9.0 से अंतर्गत धारा 4 गैर कृषि दर्ज है। परंतु खसरा फसली वर्ष 4 फसली की नकल में उक्त खसरा में उसमें खेती कार्य होना दर्ज है।
काशीपुर के ग्राम गिरध्याई के खसरा संख्या 84 खतौनी फसली वर्ष 4-47 में दर्ज राजस्व वाद संख्या / वर्ष 0- आदेश 7..0 से अंतर्गत धारा 4 अकृषक दर्ज है पर खसरा फसली 4 की नकल में उक्त खसरा में कृषि कार्य होना दर्ज अभिलेख है।