देहरादून: राजधानी में बेरोजगार युवा नौकरी की तलाश में किस कदर भटक रहे हैं, इसकी एक बानगी सोमवार को सेवायोजन के रोजगार मेले में देखने को मिली। दसवीं पास अर्हता वाले पद के लिए एमएससी, बीएससी, एमए उत्तीर्ण शैक्षिक योग्यता वाले बेरोजगार युवा आवेदन भरने को उमड़े, लेकिन दुर्भाग्य से उम्र अधिक होने के कारण उनके आवेदन रद्द कर दिए गए। नतीजा, साक्षात्कार में न बैठने की लाचारी उनके चेहरे से साफ झलक रही थी।
सोमवार को सेवायोजन कार्यालय में आयोजित रोजगार मेले में दसवीं उत्तीर्ण अर्हता वाले पद के लिए आवेदन करने पहुंचे कांवली रोड निवासी महेश कुमार (27 वर्ष) ने बताया कि उसकी शैक्षिक योग्यता एमए है। लेकिन, पद के लिए अधिकतम आयु 21 वर्ष है। जिसके कारण वह आवेदन नहीं भर सके। वहीं, डोईवाला से आए अनुज कुमार (34 वर्ष) ने कहा कि वह एमए प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हैं। उसने दसवीं उत्तीर्ण वाले पद के लिए आवेदन किया, लेकिन उम्र अधिक होने के कारण आवेदन रद कर दिया गया। ऐसे ही करीब 40 से अधिक बीएससी, एमएससी, एमए की शैक्षिक योग्यता वाले बेरोजगारों के आवेदन उम्र अधिक होने के चलते रद्द किए गए।
इधर, 12वीं उत्तीर्ण व आइटीआइ अर्हता वाले के लिए भी तीन बीटेक के छात्र अधिक उम्र के कारण आवेदन नहीं भर सके। पद 300, आवेदन 200 भी नहीं: रोजगार भर्ती मेले में टाटा की दो कंपनियों ने तीन-तीन सौ पदों के लिए साक्षात्कार लिया। दोनों कंपनियों के साक्षात्कार में कुल 134 बेरोजगार युवाओं ने ही हिस्सा लिया। इसका मुख्य कारण यह रहा कि डोईवाला, विकासनगर, चकराता, रुड़की से आए युवा उम्र अधिक होने व सुबह 10 बजे के तय समय पर न पहुंचने के कारण बाहर कर दिए गए। कंपनी ट्रेनी ने साक्षात्कार में पास हुए 35 व इंडस्टियल ट्रेनी ने 23 युवाओं को नियुक्ति पत्र थमाया।