देहरादून- उत्तराखंड सूचना आयोग में होनी वाली सुनावाईयां आज से बंद हो गई, क्या इसकी वजह भाजपा-कांग्रेस में तकरार या वजह कुछ और.
उत्तराखंड सूचना आयोग में एक भी सूचना आयुक्त न होने के चलते सुनाइयां आज से बंद हो गई है,बीते रोज आयोग में एक मात्र सूचना आयुक्त के पद पर काम कर रहे सुरेंद्र सिंह रावत का कार्याकाल पूरा हो गया,जिस वजह से आज से राज्य सूचना आयोग में होने वाली सुनावइयां बंद हो गई है,राज्य सरकार सूचना आयुक्त के पदों को भरने में नाकाम साबित हो रही है जिस वजह से ये नौबत आई.
राज्य सूचना आयोग के ढांचे के तहत प्रदेश में मुख्य सूचना आयुक्त समेत 9 राज्य सूचना आयुक्त काम कर सकते है लेकिन अभी तक प्रदेश में एक समय ही 5 सूचना आयुक्त के साथ एक मुख्य सूचना आयुक्त के साथ काम किए है.
आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त को छोड़कर एक भी सूचना आयुक्त नहीं
आपको बता दें आज के दिन आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त को छोड़कर एक भी सूचना आयुक्त नहीं बचा है,जिस वजह से सूचना आयोग में कामकज ठप पड गया है। राज्य सूचना आयुक्त को चुनने के लिए मुख्यमंत्री,प्रदेश सरकार के एक मंत्री और नेता प्रतिपक्ष की कमेटी बनी होती है,जिसमें सर्वसम्मति जरूरी है,लेकिन सरकार और नेता प्रतिपक्ष में एक राय नहीं बन पा रही है।
जिसपर सरकार लगाना चाहती मुहर नेता प्रतिपक्ष उन पर सहमत नहीं
आपको बता दें कि राज्य सूचना आयुक्त के दो पदों के चयन को लेकर आवेदन मांगे गए है जिस पर एक बैठक 28 मई को हो गई है,लेकिन बैठक में जिन नामों पर सरकार मुहर लगना चाहती है नेता प्रतिपक्ष उन पर सहमत नहीं जिस वजह से नए राज्य सूचना आयुक्त के चयन पर पेंच फंसता हुआ नजर आ रहा है। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन का कहना कि मुख्यमंत्री मामले को लेकर गंभीरता से ले रहे है,लेकिन विपक्ष का रूख इस पर सकारात्मक नहीं है।
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सूचना आयुक्त के यचन के मामले में पेंच फंसया है,कांग्रेस की सरकार मे ंनेता प्रतिपक्ष भी सूचना आयुक्त के पद के चयन पर पेंच फंसा चुके है,जिसकी वजह से आज ये नौबत पैदा हुई है कि सूचना अयोग में एक भी सूचना आयुक्त नहीं बचा है,सरकार को मामले में गंभीरता लेने चाहिए क्योंकि आयोग के पास वर्तमान समय में करीब 1400 के लगभग शिकायते लंबित पडे हुए है और अगर जल्द सूचना आयुक्त सरकार की तरफ से नहीं बनाया जाता है तो ये आंकडा दिन प्रतिदिन और उपर पहुंचता रहेगा।