देहरादून : प्रदेश में जंगल की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। 24 घंटे में आग की घटनाओं के 202 नए मामले सामने आए हैं। इनमें 631 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल प्रभावित हुआ है और 16.44 लाख रुपये की क्षति का आंकलन किया गया है।
पुरोला में एक संविदा कर्मी मंतराम आग बुझाते हुए झुलस गया
गुरुवार को उत्तरकाशी के पुरोला में एक संविदा कर्मी मंतराम आग बुझाते हुए झुलस गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं मोरी में एक आवासीय भवन आग की चपेट में आ गया। इससे घर में रखा पूरा समान जल कर खाक हो गया। घर के लोगों ने बामुश्किल भाग कर अपनी जान बचाई।
प्रदेश के जंगलों में इस समय आग तेजी से फैल रही है। पहाड़ से लेकर मैदान तक इसकी चपेट में आ गए हैं। आग अब बस्तियों के निकट पहुंचने लगी है। इससे स्थानीय निवासियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। आग को बुझाने के लिए वन महकमे के साथ ही जिला प्रशासन भी जुटा हुआ है। बावजूद इसके आग थमने का नाम नहीं ले रही है।
इस वर्ष वनाग्नि की 1248 घटनाएं सामने आ चुकी
गुरुवार तक इस वर्ष वनाग्नि की 1248 घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जबकि बुधवार तक यह आंकड़ा 1036 था। थोड़ी राहत इस बात की है कि आग की घटनाओं की संख्या में बीते बुधवार से कुछ कमी देखने को मिली है। बुधवार को 275 स्थानों पर आग लगी थी, जबकि गुरुवार को यह आंकड़ा 202 रहा।
अभी तक 2669.566 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हो चुका
इस फायर सीजन में अभी तक 2669.566 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हो चुका है। इससे अभी तक 54.28 लाख रुपये की क्षति आंकी गई है। आग पर काबू पाने के लिए गुरुवार को वन महकमे ने कर्मचारियों की संख्या में इजाफा किया। गुरुवार को 5260 वन कर्मी, 1773 स्थानीय निवासी, 14 जवान व छह एनडीआरएफ कर्मी आग बुझाने में जुटे रहे। इसके अलावा 487 वाहन और दस टैंकर भी आग पर काबू पाने के लिए लगाए गए।
जंगल की आग
क्षेत्र घटनाएं प्रभावित क्षेत्र क्षति
गढ़वाल 645 1638.3 3457531.5
कुमाऊं 350 711.03 1442274.5
वन्यजीव 56 124.136 230121
शिवालिक 197 196.1 298952.5