घर बैठे किसी भी वक्त आप अपने आसपास की प्रदूषित हवा या पर्यावरण के बारे में जानकारी ले सकेंगे। इसके लिए बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद एक मोबाइल एप विकसित करेगा। जिसमें केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद और बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पर्यावरण संबंधी आंकड़े और संदेश भी रहेंगे। साथ ही, राज्य में पर्यावरण बचाने को लेकर जो गतिविधियां चल रही हैं, उससे भी अवगत हो सकेंगे।
दरअसल, प्रदूषण बोर्ड ने जन भागीदारी के लिए चार साल से बंद इनवीश यानी इनवायरमेंटर इनफॉरमेशन सिस्टम को फिर से पुनर्जीवित करने का फैसला किया है। इसके लिए केन्द्र सरकारी के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्रदूषण बोर्ड की योजना को स्वीकृति दे दी है। अब बोर्ड जल्द चार कर्मचारियों की नियुक्ति करेगा। जिसमें कार्यक्रम पदाधिकारी, सूचना पदाधिकारी, डाटा इंट्री और आईटी पदाधिकारी होंगे। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र स्थित मुख्यालय में इनवीश का कार्यालय होगा। इसके लिए हर साल केन्द्र सरकार की मदद से प्रदूषण बोर्ड 17 लाख 9 हजार 184 रुपये खर्च करेगा।.
एप से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए प्रदूषण बोर्ड अभियान चलाएगा। पर्यावरण से संबंधित पत्रिका का प्रकाशन करेगा। जिसमें वायु, जल, ध्वनि, ई-वेस्ट, मेडिकल वेस्ट से सबंधित जानकारी रहेगी। प्रदूषण बोर्ड सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे और कॉलेज के छात्रों को जोड़ने पर फोकस करेगा। इसके लिए पर्यावरण संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बिहार प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष अशोक कुमार घोष ने कहा है कि इनवीश के लिए अनुमति केन्द्र सरकार से मिल गई है। जल्द ही इनवायरमेंटर इनफॉरमेशन सिस्टम को सक्रिय कर दिया जाएगा।