हल्द्वानी- हल्द्वानी में गौलापार बनने वालेे ISBT निर्माण पर फिलहाल सरकार ने रोक लगा रखी है। लेकिन इस बीच सियासत के गलियारे से जारी बयानों ने मसले को हॉट बना दिया है।
जहां नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने 30 जनवरी से ISBT निर्माण को लेकर भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है वहीं सूबे के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के दिए बयान से हल्द्वानी मंडी समिति के अध्यक्ष सुमित हृदयेश की त्यौरियां चढ़ गई हैं।
सुमित ने कृषि मंत्री के बयान पर सख्त ऐतराज जताते हुए सरकार पर प्रोपर्टी डीलरों की सरकार करार दिया है। गौरतलब है कि राज्य के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने हल्द्वानी की सबसे बड़ी जरूरत ISBT को मण्डी समिति की जमीन पर बनाने की बात कही है।
जिससे , हल्द्वानी मण्डी समिति के अध्यक्ष सुमित हृदयेश सख्त नाराज है। सुमित ने सूबे की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार प्रॉपर्टी डीलरों की सरकार बन गयी है। इसका गरीब जनता और किसानों की समस्या से कोई जन सरोकार नही है।
वहीं सुमित ने सुबोध के बयान के बाद तल्ख तेवर जताते हुए कहा कि किसानों के लिए बनी मण्डी समिति की जमीन पर आईएसबीटी किसी भी सूरत में नहीं बनने दिया जाएगा। सरकार के इस फैसले का पुरजोर तरीके से विरोध होगा।
सुमित ने कहा कि हल्द्वानी मण्डी प्रदेश की सर्वोत्तम मण्डी है और यहाँ काम करने वाले किसानों और आढतियों की मण्डी से भावनाएं जुडी हुई है और उनकी इस भावनाओं से किसी को भी खिलवाड़ करने नही दिया जायेगा।
वहीं मण्डी अध्यक्ष सुमित ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने मण्डी की जमीन पर आईएसबीटी बनाने से साफ इंकार किया था लेकिन अब कृषि मंत्री मण्डी की जमीन पर आईएसबीटी बनाने की बात कर रहे हैं। सुमित ने कहा इससे साफ महसूस हो रहा है कि कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है।
वहीं सुमित ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने प्रोपर्टी डीलर्स के हितों के लिए किसानों के हक पर कुठाराघात किया तो वे इसका पुरजोर विरोध करेंगे और किसी भी हालत में ISBT के लिए मंडी की जमीन तबाह नहीं होने देंगे।