पौड़ी- जिले में आदर्श विद्यालय योजना को शुरू हुए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन यह महज एक योजना ही बनकर रह गई है। अभी भी 30 आदर्श विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। ऐसे में सवाल यही है कि बिना शिक्षकों की नियुक्ति हुए विद्यालय आदर्श कैसे बन सकता है?
बता दें सरकार की महत्वाकांक्षी आदर्श विद्यालय योजना के तहत जनपद पौड़ी में मई 2015 में 30 इंटर कॉलेजों का चयन किया गया था। मगर एक साल से अधिक समय होने के बाद भी शिक्षकों की कमी स्कूलों में बनी हुई है। जनपद के आदर्श विद्यालयों में प्रवक्ता के 144 व सहायक अध्यापक के 45 पद रिक्त चल रहे हैं। जबकि इन विद्यालयों में करीब 7200 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जबकि कई विद्यालयों में शिक्षणेत्तर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद बड़ी संख्या में रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में विद्यालयों को आदर्श बनाने का सपना भी अधर में अटका हुआ है। सांसद प्रतिनिधि पुष्कर जोशी ने बताया कि जनपद के समस्त आदर्श विद्यालयों में शिक्षकों के आधे से अधिक पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि जल्द अगर नियुक्ति नहीं की गई तो जनआंदोलन किया जाएगा।