हरिद्वार(नरेश तोमर)- डीएम दीपक रावत के छापे में हरिद्वार के रजिस्ट्री कार्यालय में भारी अनियमितताएं और भ्रष्टाचार सामने आया है। यहां बिना सबरजिट्रार के ही रजिस्ट्री कार्यालय चल रहा था और क्लर्क ही लोगों की रजिस्ट्रियां करता था। जिलाधिकारी ने हरिद्वार की तहसील पर आज अचानक छापेमारी की कार्रवाई की तो बैक डेट की कई सैकडों रजिस्ट्रियां रजिस्ट्रार कार्यालय में पाई गईं। यही नहीं दोनो रजिस्ट्रार बिना किसी सूचना और छुट्टी के कार्यालय में नहीं थे जिससे नाराज डीएम दीपक रावत ने दोनों सब रजिस्ट्रार के वेतन रोकने और अनुकूल प्रविष्टी के आदेश दे दिए हैं..
इसके अलावा सब रजिस्ट्रार के स्थान पर रजिस्ट्री करने वाले बाबू को भी जमकर फटकार लगाते हुए डीएम ने कारण बताओ नोटिस भेजा है। डीएम ने रजिस्ट्रार कार्यालय के सभी दस्तावेजों की सघन जांच के भी एडीएम को आदेश दिए हैं। डीएम के अनुसार प्रथम द्रष्टया घोर लापरवाही उजागर हुई है और मामले की जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।