नरेंद्रनगर (टिहरी)- एक साल की कड़ी मेहनत के बाद 46 महिला उप निरीक्षक उत्तराखंड पुलिस की मुख्य धारा से जुड़ गई हैं। पासिंग आउट परेड में पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने रिक्रूट उप निरीक्षकों को ईमानदारी और कर्तव्यों का सफलता पूर्वक निर्वहन करने की शपथ दिलाई। एक साल तक इन महिला उप निरीक्षकों को गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के विभिन्न थानों में व्यावहारिक प्रशिक्षण देने के बाद तैनाती दी जाएगी।
बुधवार को पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेंद्रनगर में बैंड-बाजों की शानदार धुनों के साथ पासिंग आउट परेड हुई। इस दौरान 46 महिला उप निरीक्षक प्रशिक्षु पूरे गणवेश में सबके आकर्षण के केंद्र रहे। मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने परेड की सलामी लेने के बाद उप निरीक्षकों को ईमानदारी और कर्तव्यों के सफलता पूर्वक निर्वहन की शपथ दिलाई। डीजीपी ने कहा कि समय के साथ अपराध के तौर तरीके बदलते जा रहे हैं। साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को और अधिक दक्ष बनाने की जरूरत है।
इस मौके पर पीटीसी के प्रधानाचार्य एपी अंशुमन, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन राम सिंह मीणा, एसएसपी विमला गुंज्याल, उप प्रधानाचार्य सुखवीर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद्र आर्य, सीओ बिजेंद्र दत्त डोभाल, प्रतिसार निरीक्षक मनीष चंद्र जसवाल, परेड कमांडर किरन डोभाल, गीता चौहान, मेघा आदि उपस्थित रहे।
किरन-पूनम को किया सम्मानित
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में महिला उप निरीक्षकों के एक साल के प्रशिक्षण के दौरान बेहतर कार्य करने पर किरन डोभाल को सर्वश्रेष्ठ और पूनम प्रजापति को विशेष गतिविधियों के लिए उत्कृष्ट रिक्रूट चुना गया। दीक्षांत परेड के अवसर पर डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने दोनों महिला उप निरीक्षकों को सम्मानित किया।