ब्यूरो- भाजपा ने चौबट्टाखाल से प्रबल दावेदार सिटिंग विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत का टिकट क्या काटा भाजपा के खेमें भूचाल आ गया। तीरथ की नाराजगी से देहरादून तो क्या दिल्ली तक भाजपा आलाकमान थर्रा उठा। भाजपा के चाल-चरित्र और चेहरे बदलने से नाराज तीरथ को मनाने के लिए आनन-फानन में भाजपा आलाकमान ने तीरथ रावत को राष्ट्रीय सचिव नियुक्त कर दिया।
नए पद पर ताजपोशी से तीऱथ रावत ने अपना गुस्सा थूक भी दिया है और आलाकमान को शुक्रिया भी अदा किया है। बहरहाल बड़ा डैमेज कंट्रोल करते हुए भाजपा ने जहां राहत की सांस ली है वहीं दूसरे पदाधिकारियों ने तीरथ सिंह रावत का आज भाजपा कार्यालय में उनका सम्मान समारोह आयोजित किया। इस समारोह में तीरथ सिंह रावत ने खुले तौर पर कह दिया कि हम सब चुनावी रण में एक हैं।
इस मौके पर रावत ने मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस पर हमला भी किया। रावत ने कहा कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है। साथ ही उन्होंने अटल बिहारी को याद करते हुए कहा कि उत्तराखंड की पीड़ा को अटल जी जानते थे लिहाजा उन्होंने राज्य का निर्माण भी किया।
हालांकि माना जा रहा है कि चुनावी बेला में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत को नए पद पर ताजपोशी का ईनाम उनकी साफ छवि और निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते नहीं, बल्कि उनकी नाराजगी को काबू में रखने की वजह से मिला है। क्योंकि आलाकमान को पता है कि तीरथ की नाराजगी भाजपा के फूल के लिए शूल साबित हो सकती है। तभी तो कहा भी जा रहा है कि ये निष्ठा का ईनाम नहीं नाराजगी का लॉलीपॉप है।