गैरसैंण– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डा.बलिराम हेडगेवार या पाँचवें सरसंघचालक कुप्पाहाली सीतारमय्या सुदर्शन का जन्म दिवस कब आता है इसका पता अगर आपको नहीं है तो कोई बात नहीं, उत्तराखंड संस्कृति विभाग के जारी पंचांग के पन्ने पलटिए आपको पता चल जाएगा।
हालांकि पंचांग में ऐसी विभूतियों के जिक्र के चलते आज सदन में कांग्रेस ने सतपाल महाराज को घेर लिया और उनके इस महकमें की हालत प्रथम ग्रासे मच्छिका पात्रे, मुहावरे जैसी हो गई।
दरअसल हुआ यूं कि महाराज के अधीन आने वाले संस्कृति मंत्रालय ने राज्य के इतिहास में पहली बार कोई पंचांग प्रकाशित किया। लेकिन पंचांग में जिन विभूतियों को जगह दी गई हैं उस पर कांग्रेस ने बजट सत्र के दौरान सदन में उंगली उठा दी।
कांग्रेस ने कहा कि सरकारी महकमें के पंचांग में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारकों को जगह दी गई है जबकि देश की आजादी के लड़ने वाले और दूसरे महान विभूतियों को नजरअंदाज किया गया है। इस पर सतपाल महाराज ने कहा कि विपक्ष ने पंचाग को सही तरीके से नहीं पढ़ा है। पंचाग में गांधी जंयती से लेकर सभी महान लोगों से जुड़ी तिथियों और उनकी तस्वीरों को जगह दी गई है। किसी तरह का कोई भेदभाव मंत्रालय ने नहीं किया है।