हरिद्वार: उत्तराखंड रोडवेज के एक कंडक्टर ने सिपाही को जमकर पीटा। सिपाही का कुसूर सिर्फ इतना था कि वह सिंहद्वार पर उतरना चाहता था। जबकि कंडक्टर पहले ही शंकराचार्य चौक उतारने की जिद पर अड़ा था। सिपाही ने कनखल थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मामला संज्ञान में लेकर छानबीन शुरू कर दी है।
ज्वालापुर सुभाषनगर कॉलोनी निवासी सज्जन सिंह उत्तराखंड पुलिस में सिपाही हैं। इन दिनों पीएचक्यू देहरादून में तैनात हैं। सिपाही की ससुराल हल्द्वानी में है। शनिवार को सज्जन सिंह देहरादून से हल्द्वानी जाने के लिए हरिद्वार डिपो की बस में सवार हुए।
हरिद्वार- नजीबाबाद मार्ग पर कोटावाली पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण भारी वाहनों को हरिद्वार से वाया मुजफ्फरनगर भेजा जा रहा है। चंडी चौक पहुंचने पर बस श्यामपुर के बजाय रुड़की की तरफ बढ़ी तो सिपाही ने कारण पूछा। कंडक्टर ने नजीबाबाद हाईवे बंद होने का हवाला देते हुए बस मुजफ्फरनगर से जाने की जानकारी दी।
सिपाही का कहना था कि उसे सिंहद्वार चौक पर उतार दिया जाए, वह हल्द्वानी जाने के लिए कोई और विकल्प ढूंढ लेगा। लेकिन बस कंडक्टर उसे शंकराचार्य चौक पर उतारने की जिद पर अड़ गया। इस बात को लेकर उनके बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि चलती बस में ही कंडक्टर ने मारपीट शुरू कर दी। यात्रियों ने बीच बचाव का प्रयास भी किया।
सिंहद्वार चौक आने पर सिपाही जब नीचे उतरा तो कंडक्टर ने उसके साथ फिर मारपीट की। इसके बाद ड्राइवर ने बस दौड़ा दी। घायल सिपाही ने कनखल थाने पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी। तहरीर में आरोपी कंडक्टर का नाम धीर सिंह बताया गया है। सिपाही ने बस का नंबर भी पुलिस को बताया है। पुलिस रोडवेज से जानकारी निकाल रही है। एसओ कनखल अनुज ¨सह ने बताया कि सिपाही के साथ मारपीट करने वाले कंडक्टर की तलाश की जा रही है। उसके खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।