चमोली- उत्तराखंड के चमोली जिले में थराली विस सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ। यहां एक पोटिंग बूथ ऐसा भी था, जहां एक भी वोटर मतदान करने नहीं गया। लोग पोलिंग बूथ के बाहर बैठे रहे। ग्रामीण आखिरी समय तक चुनाव बहिष्कार पर अड़े रहे।
लोगों का ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का नारा
देवाला ब्लॉक के देवसारी गांव के लोगों ने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का नारा देते हुए थराली उपचुनाव का बहिष्कार किया। इस कारण गांव में एक भी वोट नहीं पड़ा और ईवीएम खाली लौटी। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर समय पर देवसारी के लिए सड़क नहीं बनी तो वे आगामी लोकसभा एवं पंचायत चुनावों का भी बहिष्कार करेंगे। इस बूथ पर 557 मतदाता हैं।
किसी भी पार्टी का अभिकर्ता नहीं पहुंचा और न ही मतदाता
सोमवार को पोलिंग पार्टी मयफोर्स देवसारी प्राथमिक स्कूल में मतदान कराने के लिए तैयार थी, लेकिन किसी भी पार्टी का अभिकर्ता यहां नहीं पहुंचा और न ही मतदाता वोट करने के लिए पहुंचे। बूथ पर एक भी वोट नहीं पड़ा। पोलिंग पार्टी बैरंग ईवीएम मशीन लेकर लौटी। ग्रामीणों ने पहले ही देवासारी गांव में सड़क और गांव के पांच तोकों में विद्युतिकरण करने की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया गया था। ग्रामीणों एवं प्रशासन लोनिवि की बीच दो दौर की वार्ता हुई थी, लेकिन वो पूरी तरह से विफल रही।
ग्राम प्रधान बाली राम टम्टा सहित तमाम ग्रामीणों ने कहा है कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी विकासखंड का सबसे नजदीकी गांव देवसारी सड़क सुविधा से वंचित है। गांव के गिवाईगैर,चीड़ाखेत, गजाखरीक, शेरीगाड़ रैयाड़ा बुनाराड़ी तोक में विद्युतिकरण नहीं हुआ है। ग्रामीण पिछले लम्बे समय से संघर्षरत हैं। वर्ष 2015 में सीएम ने सड़क की घोषणा की थी। सड़क की फायल लटकी पड़ी है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते सड़क निर्माण नहीं किया गया तो आगामी चुनावों का बहिष्कार जारी रहेगा।