हल्द्वानी : जीबी पंत कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में लेखाकार की भर्ती प्रक्रिया नियम के अनुसार संचालित हो रही है। विवि के परीक्षा एवं चयन संयोजक डॉ. नरेंद्र सिंह जादौन ने स्पष्ट किया कि भर्ती प्रक्रिया के लिए निर्धारित प्रारूप है। इसी आधार पर काम होता है।
डॉ. जादौन के अनुसार भर्ती के लिए विज्ञापन प्रकाशित करने के बाद विश्वविद्यालय की गठित परीक्षण समिति आवेदनों का परीक्षण कर योग्य अभ्यर्थियों को बुलाती है। परीक्षा की तिथि एवं प्रवेश पत्र की सूचना मिलने का माध्यम भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट व समाचार पत्र हैं।
परीक्षा के दौरान इंक पैड से अभ्यर्थियों के फिंगर प्रिंट लेते हैं। प्रत्येक अभ्यर्थियों की अनुक्रमांक सहित व्यक्तिगत फोटो लेने का भी नियम है। परीक्षा समाप्त होने पर सभी अभ्यर्थी अपनी प्रश्न पुस्तिका एवं ओएमआर उत्तर पत्रक की प्रतिलिपि साथ ले जाते हैं। मूलप्रतियों को सुव्यवस्थित ढंग से सील बंद कर विवि पर्यवेक्षक को सौंपी जाती है। स्ट्रांम रूम परीक्षा के दूसरे दिन विवि की ओर से गठित मार्गदर्शक समिति के समक्ष खुलता है। इसकी वीडियोग्राफी होती है।
इसके बाद डबल स्कैनिंग एवं फोटोग्राफी के माध्यम से ओएमआर उत्तर पत्रक व अंतरिम उत्तरमाला विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाती है। इसका मतलब है कि अभ्यर्थी अनुमानित प्राप्तांक जान सकें। डॉ. जादौन के अनुसार अभ्यर्थियों से प्रतिवेदन प्राप्त होने पर विशेषज्ञ को सौंप देते हैं, ताकि समय पर उत्तरमाला तैयार हो सके। इसके बाद ओएमआर उत्तर पत्रिका का मूल्यांकन। साक्षात्कार, टाइपिंग टेस्ट होने की स्थिति में योग्य अभ्यर्थियों के अनुक्रमांक, अभ्यर्थी का नाम, पिता का नाम व जन्म तिथि भी विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाती है, लेकिन प्राप्तांकों को अपलोड नहीं करते।
मेरिट लिस्ट तैयार कर पूरी रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंपते हैं। डॉ. जादौन कर कहना है, अंतिम परिणाम जारी करने से पहले सभी अंकों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट में अपलोड कर दिया जाता है, ताकि अभ्यर्थी सही स्थिति समझ सके। सभी प्रक्रिया कंप्यूटर से ही संबंधित होती है। विवि की सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा भी इसी तरह की प्रक्रिया अपनाई गई। इस परीक्षा का अंतिम परिणाम अभी जारी नहीं हुआ है।