कांवड़ियों के ट्रेनों की छत पर बैठने और ट्रेन के डिब्बों के बीच कपलिंग पर बैठ कर यात्रा करने की घटनाओं को देखते हुए इस बार रेलवे ने पुख्ता तैयारी की है। इस बार रेलवे ट्रेन के डिब्बों की छतों पर कांवड़ियों को नहीं बैठने देगा। यही नहीं अगर कांवड़िये फिर भी नहीं माने तो ट्रेन रवाना ही नहीं की जाएगी।
राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की हुई उच्चस्तरीय बैठक में ये फैसला लिया गया है। इस बैठक में रेलवे के तमाम अधिकारियों के साथ ही पुलिस विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए। इस बैठक में सुरक्षा से जुड़े और प्रशासनिक बिंदुओं पर मंथन हुआ।
इस बैठक में हरिद्वार रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी, बैगेज स्कैनर, गुड्स स्कैनर के साथ ही डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर की पर्याप्त व्यवस्था करने पर सहमति बनी है। खराब पड़े उपकरणों को भी कांवड़ मेले के मद्देनजर दुरुस्त कराया जा रहा है। पुलिस खास तौर पर टप्पेबाजी और जहरखुरानी करने वालों पर नजर रखेगी। इस काम को करने वाले पेशेवरों पर पुलिस सख्ती से नजर रख रही है।