पौड़ी- उत्तराखंड सरकार को अभी छह महीने हुए हैं जबकि केंद्र सरकार तकरीबन साढ़े तीन साल पूरे हो चुके हैं। दोनों सरकारों का दावा है कि अब तक एक भी घपला-घोटाला नहीं हुआ है, सरकार बेदाग है। लेकिन पौड़ी जिले के बीरोंखाल में जब उज्जवला योजना की पड़ताल हुई तो जिलाधिकारी भौंचक रह गए।
यहां उज्जवला योजना के तहत 72 घरेलू गैस सिलेंडर गरीब परिवारों को बांटे गए । लेकिन सत्यापन में खुलासा हुआ कि जिन परिवारों पर सरकार ने मेहरबानी की उस में से एक भी व्यक्ति बीरोंखाल के इलाके में नहीं रहता। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी सुशील कुमार ने उज्जवला योजना में हुए इस गोलमाल पर अपनी नजरें पैनी कर दी हैं।
जिलाधिकारी ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा की बैठक में जिला पूर्ति अधिकारी से जहां पूरे जिले की सूची तलब की है वहीं उज्जवला योजना का भौतिक सत्यापन करने करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। अब जिलाधिकारी के आदेश पर गठित कमेटी योजना के तहत वितरित गैस कनेक्शनों का भौतिक सत्यापन करेगी और रिपोर्ट से डीएम को तलब करेगी।