देहरादून- टिहरी बांध के बाद उत्तराखंड के कई गांवों को एक बार विकास की सलीब पर टंगना तय हो गया है। कुमाऊं मंडल में बनने वाले पंचेश्वर बांध से भी कई गांवोंं को डूबना होगा। खेत-खलिहान,जंगल- मकान, मंदिर- मस्जिद सबको जल समाधि लेनी ही होगी। उत्तराखंड के 123 गांव पंचेश्वर बांध से प्रभावित होंगे।
आज देहरादून में पंचश्वेर बांध को लेकर हाईप्रोफाइल बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की। बैठक में में केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा, नैनीताल सांसद भगत सिंह कोश्यारी, कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत और सिचाई मंत्री सतपाल महाराज शामिल हुए।
गौरतलब है कि पंचश्वेर बांध परियोजना से उत्तराखंड, यूपी और नेपाल के कई गांव प्रभावति होंगे। हालांकि बांध से बनने वाली बिजली और सिचाई का लाभ भी यूपी, यूके और नेपाल को मिलेगा। आपको बता दें कि जन सुनवाई के बाद हुई ये पहली बैठक है। जिसमें प्रभावित परिवारों के विस्थापन का मुद्दा ही छाया रहा। बैठक के बाद केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि,पंचेश्वर बांध का प्रोजेस्ट जल्द धरातल पर उतरेगा।