बॉलीवुड फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर छिड़ा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा। विख्यात बॉलीवुड निर्देशक संजय लीला भंसाली की इस फिल्म के विरोध में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बाद अब उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने भी झंडा बुलंद कर दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली को पत्र लिखा है। वहीं इसमें अब उप्र में अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश गौतम के साथ कई विधायक भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रदेश में इस फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है।
ऐतिहासिक तथ्यों को परखने की जरूरत
हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने कहा है कि ऐतिहासिक तथ्यों को परखने की जरूरत है। फिल्म के ट्रेलर में अलाउद्दीन खिलजी का महिमामंडन गलत है। उन्होंने भंसाली से गुजारिश की कि वह गौरवमय इतिहास को आगे रखें। फिल्म को बेचने के लिए या भव्य बनाने के लिए ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ करना ठीक नहीं है। बता दें कि इससे दो दिन पहले अनिल विज ने ट्वीट कर कहा था कि इतिहास से छेड़छाड़ करने वाली इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे।
योगी को पत्र लिखा
जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि यदि फिल्म रिलीज हुई तो संपूर्ण क्षत्रिय समाज की भावनाएं आहत होंगी। अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम लिखा है कि रानी पद्मावती पर आधारित फिल्म में इतिहास को गलत तरीके से पेश किया गया है। इसलिए राज्य के सभी जिलों व देश में फिल्म की रिलीज रोकी जाए। अलीगढ़ शहर विधायक संजीव राजा, बरौली विधायक ठा.दलवीर सिंह, छर्रा विधायक ठा.रवेंद्र पाल सिंह, कोल विधायक अनिल पाराशर ने भी फिल्म की रिलीज रोके जाने की मांग की है।
पंजाब में भी विरोध
पंजाब में संगरुर में महिला अग्रवाल सभा फिल्म रिलीज न करने की मांग उठाई है। सभा की प्रदेश प्रतिनिधि व पूर्व नगर पार्षद रेवा छाहड़िया ने कहा कि फिल्म में रानी पद्मावती के चरित्र हनन की कोशिश की गई है, जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।
नकवी बोले, फिल्म को फिल्म की तरह देखें, इतिहास में न जाएं
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि फिल्म को फिल्म की तरह से देखें, उसका इतिहास व भूगोल न खंगालें। फिल्म में जो अच्छा लगता है उसे स्वीकार करें और जो पसंद न आए उसे वहीं पर छोड़ दें। उनका कहना था कि वह न तो फिल्म का समर्थन कर रहे हैं और न ही उसका विरोध।