रामनगर- रामनगर को जाम से मुक्त कराने के लिए कोसी बैराज पर एक बाइपास पुल बनाने की योजना बनी थी। जब सूबे के मुख्यमंत्री बी.सी.खंडूड़ी थे उन्होंने पुल का शिलान्यास भी किया।
लेकिन जैसे ही खंडूड़ी मुख्यमंत्री के पद से हटे कोसी बैराज पर बन रहे इस पुल के निर्माण कार्य ने कछुआ चाल पकड़ी और धीरे धीरे उस खरगोश की तरह सो गया जो बच्चों की कहानियों में कछुवे से दौड़ में हार गया था।
पुल निर्माण का काम अब भी सोया हुआ है। जबकि रामनगर के जागरूक निवासियों की मानी जाए तो अगर बाइपास के लिए कोसी बैराज का पुल बन जाए तो रामनगर को जाम से मुक्ति मिल जाएगी। हालांकि बीते दिनों स्थानीय विधायक दिवान सिंह बिष्ट ने लोकनिर्माण विभाग को पुल निर्माण के लिए जगाया है। उन्होंने अधिकारियों को पुल के काम में रफ्तार लाने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे में देखना ये है कि लोकनिर्माण विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटती है कि नहीं। हालांकि विधायक के दौरे के बाद कहा जा रहा है कि डबल इंजन के दौर में कोसी बैराज का पुल अंजाम तक पहुंच जाएगा। हम भी यही उम्मीद करते हैं कि सरकार जनता के भंरोसे की कसौटी पर खरी उतरे। क्योंकि ‘पाश’ ने लिखा था “बहुत खतरनाक होता है सपनों का मर जाना।”