थत्यूड़(धनोल्टी)- जब सारी दुनिया अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उल्लास में डूबी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री साक्षरता दिवस की प्रदेश वासियों को शुभकामना दे चुके और भविष्य के लिए राज्य का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया।ठीक उसी दिन धनोल्टी विधानसभाक्षेत्र के थत्यूड़ में शिक्षा प्रेरकों ने खंड शिक्षा कार्यालय में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया।
गौरतलब है कि गांवो में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए साल 2010 में साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत शिक्षा प्रेरकों की 2000 रूपए प्रतिमाह मानदेय पर तैनाती की गई थी। लेकिन अब जहां सरकारी महकमों में सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू हो रही हैं वहीं मंहगाई के इस जमाने में 2000 के मानदेय पर गुजारा मुशकिल हो रहा है।
ऐसे में शिक्षा प्रेरकों ने सरकार से अपना मानदेय बढ़ाते हुए नियमित करने की मांग की। इसके साथ ही शिक्षा प्रेरकों ने कहा कि सरकार उन्हें भी अशासकीय शिक्षकों की तरह Dl.Ed. करवाए।