टिहरी/घनसाली (हर्षमणि उनियाल) – एक तरफ सरकार टिहरी झील में राष्ट्रीय जल महोत्सव मना रही है तो वहीँ टिहरी डेम से प्रभावित लोगों अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से टिहरी मुख्यालय में धरने पर बैठे हैं. लेकिन उनकी समस्याओं को उनकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है या यूं कहें की सरकार अपने काम में व्यस्त है उन्हे न तो जंगलों में लगी आग से कोई मतलब रह गया है औऱ न ही जनता से.
आपको बता दें यह मांग वर्षों से चली आ रही है, पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इसके लिए कदम उठाये गए थे. बावजूद इसके आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है.
पूर्व विधयाक विक्रम सिंह नेगी ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा की की ये केवल अपनी मन की बात कर रहे हैं. जनता की समस्याओं से इनका कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने ये भी कहा की सरकार टिहरी झील के घटते जल स्तर में ऐसे कार्यकर्म करवा कर केवल अपनी किरकिरी करवा रही है. ये कार्यकर्म या तो २ महीने पहले हो जाना चाहिए था या बाद में.
वहीँं आंशिक डूब क्षेत्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह राणा ने भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाये.