देहरादून- उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव उत्पल कुमार के तेवरों से साबित हो रहा है कि वो सिर्फ नाम के मुख्य सचिव नहीं रहने वाले। नौकरशाही की हां में हां मिलाना उन्हें गवारा नहीं है। सूबे की सरकार ने उन्हें जिस मकसद के लिए केंद्र से राज्य में बुलाया है वे उस भंरोसे पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
बहरहाल मुख्य सचिव के नए आदेश से राज्य की नौकरशाही के उस तबके में खलबली मच गई है जिसे अब तक आरामतलबी की आदत पड़ी हुई थी। जिनकी वजह से अब तक कभी भी समय से केंद्र पोषित योजनाएं पूरी नहीं हुई और राज्य को इसका खामियाजा उठाना पड़ा।
खैर मुख्य सचिव के नए आदेश के मुताबिक उत्तराखंड के अधिकारी अग्रमि आदेश तक फिलहाल विदेश का दौरा नहीं कर पाएंगे। मुख्य सचिव उत्पल कुमार की ओर से जारी इस आदेश में कहा गया है कि अधिकारी ऐसे किसी भी प्रशिक्षण, गोष्ठी और सेमिनार में शामिल नहीं होंगे जिनमें शिरकत करने के लिए विदेश का दौरा करना पड़े।
मुख्य सचिव की ओर से जारी इस आदेश में कहा गया है कि दिसंबर में विधानसभा सत्र का आयोजन होना है जहां अनुपूरक बजट की सभी स्वीकृतियां जारी की जानी हैं। जबकि वित्तीय सत्र 2017-18 की समाप्ति के लिए महज चार महीने का वक्त बाकी बचा है ऐसे में बजट सत्र की तैयारी और फ्लैगशिप के कामों को समय सीमा के भीतर निपटाने के लिए अधिकारियों की जरूरत है। ताकि सभी काम नियत समय पर पूरे हो सकें और किसी अधिकारी की गैरहाजिरी से काम में वेवजह का व्यवधान उत्पन हो।