टिहरी,(घनसाली, हर्षमणी उनियाल) – पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और चमोली के बाद अब टिहरी जिले में भी हिमालयी जंगल आग की चपेट में हैं।
जिले की घनसाली विधानसभा क्षेत्र की फिजा में घुल रहा धुंआ बता रहा है कि जंगल मुसीबत में हैं और जंगलात महकमा बेखबर है।
जंगलों से उठता धुआं बता रहा है कि भिलंगना रेंज के अंतर्गत केमर पट्टी के गनगर और नावें गाँव के जंगल पिछले तीन दिन से आग की चपेट में है। जंगल और जानवर दोनों तडपने को मजबूर हैं। तय है कि अगर आग पर काबू न पाया गया तो जंगली जानवर इंसानी बस्तियों का रुख करने लगेंगे और मुमकिंन है कि इंसानी आबादियों मे भी कोहराम मच जाए।
बहरहाल सर्दियों के सीजन में जंगलों की बेकाबू आग किसी को समझ में नहीं आ रही है वावजूद इसके जंगलों की हिफाजत के लिए बना जंगलात महकमा हाथ पर हाथ धरे दूर से जंगल की आग का तमाशा देख रहा है।
हालांकि भिलगना रेंज के अधिकारियों से खबर उत्तराखंड की बात हुई तो अधिकारियों और मुलाजिमों का दावा है कि आग पर काबू पा लिया गया है और जल्द ही जंगलों को बचा लिया जाएगा। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर सर्दियों के मौसम में जंगल इतनी तेजी से सुलग रहे हैं तो गरमियों में बेजुबान जंगलों का क्या होगा ?