देहरादून की सड़कों पर काला धुआं उगलते विक्रम और ऑटो को सड़कों से हटाने के सरकार के मंसूबे पर सरकारी विभाग ही अब पानी फेरने में लगे हैं। डीजल से चलने वाले विक्रम और ऑटो अब देहरादून की सड़कों पर अपनी आयु पूरी होने के बाद भी चलते रहेंगे। संभागीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव और देहरादून आरटीओ ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश में विक्रम और ऑटो के लिए पहले से तय आयु सीमा हटा दी गई है।
गौरतलब है कि दून घाटी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए हाल ही में सरकार ने सीएनजी से चलवे वाले वाहनों को क्रमबद्ध तरीके से दून की सड़कों पर उतारने की घोषणा की थी। यही नहीं डीजल से चलने वाले विक्रम औऱ ऑटो को भी धीरे धीरे दून की सड़कों से हटाने की योजना है। हालांकि नए आदेश के बाद सरकार की योजना पर सवाल खड़े हो गए हैं।
पहले डीजल ऑटो की आयु 10 साल तय थी। सात साल पूरे होने के बाद हर छह महीने में फिटनेस टेस्ट कराना जरूरी होता था। वहीं अब विभाग के इस कदम के बाद सिटी बस सेवा महासंघ के अधिकारियों ने आदेश को साजिश करार दिया है। साथ ही आदेश के खिलाफ सीएम रावत से मुलाकात की बात भी कही है।