उत्तरकाशी- सूबे की अस्थाई राजधानी देहरादून में बैठकर सरकार जीरो टॉलरेंस का वादा कर रही है जबकि दूर उत्तरकाशी में एनएच महकमा पिछले दो सालों से चांदी काट रह है। ग्रामीणों का आरोप कि धरासू से फेड़ी कल्याणी तक 6 किलोमीटर की सड़क का चौड़ीकरण कार्य नेशनल हाई वे के लिेेए दुधारू गाय बना हुआ है।
ग्रामीणों का इल्जाम है कि इस छ किलोमीटर की सड़क पर कार्यदायी संस्था घटिया सामग्री का इस्तमाल कर रही है जिसके चलते ये सड़क मामली बरसात में भी धसक जाती है। लगातार दो साल से निर्माण काम हो रहा है लेकिन मजाल क्या अब तक सड़क मजबूती से टिक पाई हो।
निर्माण काम की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी जिला अधिकारी से जाहिर की और एनएच के लापरवाह अधिकारियों पर एक्शन लेने की मांग की। जिस पर उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने तत्काल NH की बैठक बुला कर NH के अधिकारियों को फटकार लगाई और जांच के आदेश दिए।
गौरतलब है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 138 पर धरासू से फेड़ी कल्याणी तक की 6 किलोमीटर की पर चल रहा निर्माण काम ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन गया है। सड़क पर इस्तमाल की जा रही घटिया समाग्री के चलते ग्रामीणों को पिछले दो सालों से न केवल आने जाने में तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है बल्कि धूल खाने को भी मजबूर होना पड़ रहा है। बावजूद इसके nh अधिकारी कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं।
ऐसे में देखना ये दिलचस्प होगा कि अब जिलाधिकारी की फटकार खाने के बाद एनएच वाले होश में आते हैं या अपने ढर्रे पर बरकरार रहते हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों में अब तक एनएच इस छ किलोमीटर को दुरूस्त करने में साढ़े तीन करोड़ की रकम ठिकाने लगा चुका है।