डेस्क – जब टिहरी रियासत थी तो महाराजा नरेंद्रशाह के दौर में नरेंद्र नगर जिला मुख्यालय था। तब नरेंद्रनगर में खूब चहल पहल रहती थी। आजादी के बाद कई साल तक नरेंद्र नगर का वैभव बरकरार रहा। लेकिन जैसे ही विकास के पैरोकारों ने बांध परियोजना के लिए टिहरी नगर को जबरन पानी में डुबोया नरेंद्र नगर का वैभव लुटने लगा।
दरअसल बांध परियोजना ने जहां टिहरी नगर और उसके आसपास के गांवों को निगला वैसे ही नई टिहरी नगर में रौनक बनाने के लिए नरेंद्रनगर से सरकारी दफ्तरों को शिफ्ट किया गया। नरेंद्रनगर के बजाय नई टिहरी नगर जिला मुख्यालय बन गया और नरेंद्रनगर में वीरानी पसर गई।
हालांकि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा और नरेंद्रनगर के विधायक और सूबे के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की बात को त्रिवेंद्र सरकार ने पत्थर की लकीर बनाया तो नरेंद्रनगर का वैभव पुराने अंदाज में लौट जाएगा। दरअसल सुबोध उनियाल ने नरेंद्रनगर की जनता से वादा किया है कि नई टिहरी शिफ्ट हुए कार्यालयों को नरेंद्रनगर में वापस लाया जाएगा।
ये वादा उनियाल ने नरेंद्रनगर में कुंजापुरी पर्यटन विकास मेले शुभारंभ के मौके पर किया। इस दौरान उनके साथ सीएम त्रिवेंद्र रावत भी मौजूद थे और सीएम कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे।