देहरादून- उत्तराखंड को योग की भूमि कहा जाता है,क्योंकि अनादि काल से ऋषि मुनि उत्तराखंड में योग करते आए हैं और आज भी उत्तराखंड ऋषि मुनियों की भूमि है जहां ऋषि मुनि साधना में लीने होने के साथ योग साधना भी करते है. लेकिन इस बार योग दिवस उत्तराखंड के लिए खास मायने लेकर आने वाला है क्योंकि अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग को नई पहचान दिलाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग दिवस पर उत्तराखंड में योग कर योग दिवस मानएंगे.
50 हजार लोेगों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग दिवस पर योग करेंगे
देहरादून के एफआरआई में 50 हजार लोेग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग दिवस पर योग करेंगे। ये उत्तराखंड के लिए बडी उपलब्धि है,क्योंकि क्यों अंतराष्ट्रीय स्तर पर जब योग दिवस मानाया जा रहा होगा,तब भारत के प्रधानमंत्री चैथे बार योग दिवस पर उत्तराखंड की भूमि पर योग कर रहे होंगे,जिससे उत्तराखंड का नाम पूरे देश के साथ विश्व में भी योग भूमि के नाम से प्रचारितत प्रसारित होगा।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष भट्ट ने इसे बडी उपलब्धि बताते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री का धन्यवाद अदा करते है कि इस बार उन्होने योग दिवस पर देव भूमि की भूमि को योग करने के लिए चुना है. इससे उत्तराखंड का मान बढ़ेगा औऱ इसे राजनैतिक न समझा जाए.
प्रधानमंत्री के उत्तराखंड पहुंचने लेकर जहां पूरी भाजपा उत्साहित तो कांग्रेस चिंतित
योग दिवस पर प्रधानमंत्री के उत्तराखंड पहुंचने लेकर जहां पूरी भाजपा उत्साहित है तो वहीं कांग्रेस में थोडी चिंताए भी है कि निकाय चुनाव से पहले और लोकसभा चुनाव से पहले योग दिवस पर प्रधामंत्री उत्तराखंड योग करने पहुंचेगी तो इसका राजनौतिक लाभ भाजपा को मिल सकता है। और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदियेश के बयान से ये छलकता भी है कि जो प्रधानमंत्री का योग दिवस पर उत्तराखंड में स्वागत करते हुए तंज भी कस रही है,साथ में इशारों ही इशारों में बाबा रामदेव पर भी इस बहाने तंज कस रही है।
अगर योग दिवस पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है- नेता प्रतिपक्ष
इंदिरा ह्दयेश का कहना है कि पीएम मोदी पूरी दुनिया घूम रहे है अगर योग दिवस पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है. जहां तक बात योग की है तो योग एक बाबा सिखा भी रहे हैं औऱ दवाई भी दे रहे हैं. वैसे आज सभी अपनी फिटनेस को लेकर जागरुक दिख रहे हैं और फिट रहना सभी लोग चाह रहे हैं.
कोई कुछ भी कहे लेकिन आज योग को लेकर विश्व में भारत का डंका बज रहा है, और देश में कोई राज्य योग के लिए जाना जाता है तो वह उत्तराखंड है. इस लिहाज से कहा जा सकता है कि 21 जून को जब प्रधानमंत्री उत्तराखंड में योग करेंगे तो योग भूमि के साथ देवभूमि के स्वर्णिम इतिहास में इसे स्वर्णिम अक्षरो में लिखा जाएगा।