उत्तरकाशी (सुनील मौर्य)- सरकार उत्तरकाशी नगर पालिका को नगर निगम बनाने की कवायद कर चुकी है। ऐसे में जिनकी सेटिंग है वे लोग नगर क्षेत्र में सरकारी जमीन को धड़ल्ले से कब्जा ही नहीं रहे हैं बल्कि उस जमीन पर अवैध निर्माण भी खड़ा कर रहे हैं।
उत्तरकाशी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें पटवारी चौकी से बमुश्किल एक फुट दूर जमीन पर न केवल कब्जा किया गया है बल्कि उस पर बिना नक्शा पास कराए बिना तीन मंजिला भवन का निर्माण भी कर दिया गया है। आजकल भवन की फिनिशिंग हो रही है।
हालांकि जीरो टॉलरेंस के दौर में कहा जा रहा है कि अब हर जिले में आवास बनाने के लिए उडा से नक्शा पास करवाने होंगे बावजूद उत्तरकाशी में पटवारी चौकी के बाजू में ही कब्जा हो गया। बताया जा रहा है कि कब्जेदार जिला पंचायत में मृतक कोटे से नियुक्ति पाया हुआ मुलाजिम है।
गजब की बात तो ये है कि राजस्व विभाग के अधीन काम करने वाले पटवारी महोदय हर रोज पटवारी चौकी पर मौजूद रह रहे हैं। वावजूद इसके उन्होंने भी सरकारी जमीन पर हो रही लूट पर नजरेइनायत करना मुनासिब नहीं समझा।
बताया जा रहा है कि जमीन जिला पंचायत की है और इसी का फायदा जिला पंचायत कर्मी ने उठाया है। हालांकि मीडिया के सवाल के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी।
बहरहाल बड़ा सवाल ये है कि आखिर सरकारी जमीनों की लूट सरकारी कारिंदें यूं ही करते रहेंगे और जिन सरकारी मुलाजिमों को इस पर नजर रखनी है वहीं आंखें बंद कर लेंगे तो भ्रष्टाचार पर कैसे जीरो टॉलरेंस कायम रहेगा।