हर किसी की चाह होती है कि उसकी शादी किसी परफेक्ट इंसान से हो.. हर मां-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छा जीवनसाथी मिले .. और जब बात राहुल जैसे शख्स की आती है तो क्या मंजर रहा होगा ललिता के माता-पिता की खुशी का जब उसकी लड़की का हाथ थामने खुद राहुल सामने आए…हम बात कर रहे है एसिड अटैक ललिता की आईए जानते हैं पूरा मामला….
कब हुआ एसिड अटैक
महाराष्ट्र में ठाणे के पास कलवा इलाके में रहने वाली ललिता के चेहरे पर साल 2012 में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में रंजिशवश एसिड डाल दिया गया था। जिसके बाद पीडिता की हालत बद से बदतर हो गई थी। एसिड अटैक के बाद पीडिता के चेहरे की स्थिति ऐसी हो गयी थी कि खुद पीड़िता भी अपने आपको देखने में हिचकिचा रही थी। लेकिन ललिता की इस हिचकिचाहट को दूर किया राहुल ने।
कैसे मिले दो दिल
राहुल और ललिता का मिलना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है..दोनो का प्यार परवान चढ़ा एक रॉन्ग फोन कॉल से जी हां एक दिन राहुल के फोन से ललिता को गलती से फोन लग गया..दोनो मे बात हुई..दोनो एक दूसरे से खूब बात करने लगे और तभी राहुल ने फैसला किया की वो ललिता का हाथ थामेगा….जिसके चलते राहुल और ललिता दोनों मंगलवार को शादी के बंधन में बंध गए।
विवेक पहुचे बहन की शादी में, किया फ्लैट गिफ्ट
विवेक ओबेराय मुंबई में एसिड हमले से पीड़ित लडकी ललिता बंसी की शादी में न सिर्फ भाई बन कर शरीक हुए बल्कि नववधू को एक फ्लैट की चाभी भी गिफ्ट की। इस मौके पर विवेक लड़की की भाई बन कर रस्म निभाने आये थे। इस मौके पर विवेक ओबेराय ने मीडिया से कोई बात करने से मन कर दिया। विवेक ओबेराय ने नए जोड़े को न सिर्फ आशीर्वाद दिया बल्कि उनसे बात भी की। इसी बातचीत में उन्हें पता चला कि ललिता बंसी की उनके दुल्हे से पहली मुलाकात फोन पर हुई थी और फोन गलती से लग गया था। इसके बाद दोबारा बात होने पर बात का सिलसिला शुरू हो गया और बाद में यह दोस्ती प्यार में बदल गई और अब शादी हो रही है।