आपको बता दें विश्व की इस योग राजधानी में राम झूला पार करने के बाद स्वर्गाश्रम परिसर के पीछे उजाड़ पड़े बीटल्स आश्रम को देखकर सहसा यकीन नहीं होगा कि 50 बरस पहले यहां ऐसा संगीत रचा गया था।
60 और 70 के दशक में भी पश्चिम से लोग भारत आ रहे थे. उस जमाने का मशहूर रॉक बैंड बीटल्स भी भारत के चाहने वालों में शामिल था. चार नौजवानों ने मिल कर ब्रिटेन के इस बैंड की रचनी की थी. ये चारों “फैब फोर” के नाम से मशहूर हुए.
जॉन लेनन, पॉल मैक कार्टनी, जॉर्ज हैरिसन और रिंगो स्टार, ये चारों 1968 में ऋषिकेश पहुंचे और महर्षि महेश योगी के आश्रम में जा कर रुके. 1970 से यह आश्रम खाली पड़ा था. महेश योगी और उनके अनुयायी कहीं और जा बसे लेकिन बीटल्स के चाहने वाले उनके नाम पर यहां आते रहे.
2003 से यह इलाका वन विभाग के क्षेत्र में शामिल कर लिया गया. धीरे धीरे इसे फिर से खोलने पर विचार किया गया. आखिरकार पिछले हफ्ते इसे “बीटल्स आश्रम” के नाम से सैलानियों के लिए खोला गया. आश्रम में जाने के लिए भारतीयों को 150 और विदेशियों को 700 रुपये की टिकट लेनी होगी.