उत्तरकाशी- सूबे में कुछ ऐसे जिलाधिकारी हैं जो अपनी छाप छोड़ रहे और जब उनका तबादला होता है तो स्थानीय निवासी बेहद उदास हो जाते हैं। उत्तराखंड का ये सौभाग्य है कि ऐसे कई अधिकारी इस राज्य में तैनात हैं जो लोकसेवक होने की छाप अपनी तैनाती के दौरान छोड़ते हैं।
जब उनका तबादला होता है तो जिले में एक उदासी की लहर दौड़ पड़ती है। राज्य के ऐसे अधिकारियों की इस लंबी फेहरिश्त में एक नाम उत्तरकाशी के जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव का भी है।
आशीष श्रीवास्तव को सरकार ने उत्तरकाशी से शासन में शिफ्ट किया है। ऐसे में डीएम आशीष श्रीवास्तव ने देहरादून जाने से पहले इंटर कालेज में छात्रों को विज्ञान की आखिरी क्लास दी तो वहीं अपने गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्र गणेशपुर के बच्चों से मिलने भी गए।
इस मौके पर उत्तरकाशी डीएम आशीष श्रीवास्तव आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों पर प्यार लुटाते हुए देखे गए। जिलाधिकारी ने बच्चों को खाद्य सामग्री भी बांटी। जबकि दुलार लुटाते हुए कई मासूमों को अपनी गोद में भी उठाया और उनका हालचाल पछा।
आपको बता दें इस आंगनबाड़ी केंद्र में कुछ बच्चे अतिकुपोषित थे, जिनका डीएम ने हर तरह से ध्यान रखा उसका नतीजा भी देखने को भी मिला। अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चों मे से तकरीबन सभी बच्चे सामान्य स्थिति में पहुंच गए है। जबकि अति वाले सामान्य श्रेणी में पहुंच गए हैं।
डीएम अंकल अब उनको गोद में उठाने कब आएंगे मासूम बच्चे नहीं जानते लेकिन जिलाधिकारी ने बच्चो को भंरोसा दिया कि वे इस आंगनबाड़ी केंद्र का ऐसा ही ख्याल रखने की कोशिश करेंगे और कोई कमीबेशी नहीं होने देंगे। आपको बता दें डीएम आशीष श्रीवास्तव ने अपने गोद लिए आंगन बाड़ी केंद्र की तारीफ राज्यपाल के. के. पॉल से भी हो चुकी है।