चंपावत: विभिन्न मार्गों, पुलों, भवनों का निर्माण करने वाले लोक निर्माण विभाग का अपना भवन जीर्णोद्धार के लिए तरस रहा है। वर्ष 1975-76 में बना लोहाघाट का भवन आज जर्जर हालत में है लेकिन इस भवन के जीर्णोद्धार के लिए विभाग की तरफ से या सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। बाहर से रंगरोगन से चमकदार दिखाई देने वाले इस भवन के कार्यालय स्थिति दयनीय है। बरसात में छतों के टपकने से कर्मचारियों को कार्य करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। छतें टपकने पर कर्मचारियों को बर्तन लगाने पड़ते हैं। रात में अभिलेखों और कंप्यूटरों को पानी से बचाने के लिए पॉलीथिन से ढकना होता है।