नैनीताल – “उत्तराखंड का साहित्यिक परिदृश्य संभावनाएं और चुनौतियां ” विषय पर दो दिवसीय विचार गोष्ठी का आय़ोजन किया जाएगा। गोष्ठी 30 और 31 अगस्त को कुमाऊं विश्वविद्यालय के रामगढ़ में मौजूद महादेवी वर्मा सृजन पीठ मे आयोजित की जाएगी। जाहिर है कि दो दिन पीठ की रौनक साहित्यकारों की बौद्धिक चर्चाओं से गुलजार रहेगी। साहित्यकारों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन 30 अगस्त के दिन दोपहर 12 बजे राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत करेंगे। जबकि सम्मेलन की अध्यक्षता जाने माने साहित्यकार मंगलेश डबराल करेंगे। पीठ के निदेशक प्रो.देव सिंह पोखरिया की जानकारी के मुताबिक इस साहित्यिक चर्चा मे उत्तराखंड मूल के लेखकों समेत सभी जिलों के साहित्यकार शामिल होंगे। जिनमें हिंदी,जौनसारी, कुमांउनी, गढ़वाली, रावाई और थारू आदि लोक बोलियों के पांच दर्जन से ज्यादा साहित्यकार शिरकत करेंगे।