देहरादून। सरकारी आॅफिसों में शाम ढलते ही छलकने लगते हैं जाम? सोशल मीडिया में इस तरह की खबरें आये दिन चलती रहती हैं। प्रिंट मीडिया और टीवी मीडिया में भी इस तरह की खबरें आती हैं सरकार संज्ञान लेकर जांच के बाद कार्रवाही की बात भी करती है। पर कार्रवाई कितनों पर हुई और क्या हुई यह किसी को पता नहीं। हां एक-दो मामलों में शराब के वीडियो सामने आने पर निलंबन की कार्रवाही जरूर सुनने में आई है। सीएमओ ऑफिस की जो तस्वीरे हम आपको दिखाने जा रहे है उसे देखकर आप दंग रह जायेंगे। जहाँ केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लाखों रूपये खर्च करने के बाद भी ये स्वास्थ्य सेवाए लोगों तक नहीं पहुंच रही है ऐसे में स्वास्थ्य अधिकारी सरकारी योजनाओं को पलीता लगाने में लगे हैं। महत्वपूर्ण मरीजों के दस्तावेज और दवाइयां कूड़े के ढेर में तब्दील कर दिए गये इतना ही नहीं, केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क बाटें जाने वाली महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सामग्री सीएमओ कार्यालय में धूल फांकती हुई नजर आ रही है।
शराब की खाली बोतलों को देख भौचक्के रह गए CMO
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में शराब पीने का पता तब चला जब बृहस्पतिवार को सीएमओ डॉ. एसके गुप्ता की अगुवाई में आॅफिस में सफाई अभियान चलाया जा रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बृहस्पतिवार को सीएमओ आॅफिस की तीसरी मंजिल पर सफाई की जा रही थी। इस दौरान सफाई कर्मचारी दवाइयों की खाली पेटियां नीचे फेंकने लगे। नीचे गिरते ही पेटियों से शराब की कई खाली बोतलें फूट गईं। यह देख सीएमओ सहित वहां मौजूद अधिकारी-कर्मचारी और अन्य लोग भौचक्के रह गए।