उत्तरकाशी- उत्तराकाशी जिले में 21 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया जो पर्यटकों से जबरन भीख मांगते थे औऱ न देने पर अपशब्द कहते थे. आपको बता दें ये भिखारी विश्वनाथ मंदिर के बाहर आने-जाने वाले पर्यटकों और लोगों से जबरन भीख मांगते थे और उनसे अपशब्दों का इस्तेमाल करते थे। भिक्षुक अधिनियम के तहत 21 भिक्षुकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
दरअसल राज्यपाल की ओर से जारी अधिसूचना में उत्तर प्रदेश भिक्षावृत्ति प्रतिषेध अधिनियम, 1975 (अनुकूलन एवं उपांतरण आदेश, 2002) की धारा- एक की उपधारा- तीन में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये जुलाई 2017 से पूरे उत्तराखंड में भिक्षावृत्ति पर पाबंदी लगायी गई है।
लेकिन इसके बाद भी भिखारियों की संख्या कम नहीं हुई है. देहरादून में भी हाल यही है. लेकिन देहरादून में महिला-पुरुष कम बल्कि बच्चे भीख मांगते ज्यादा दिखाई देते हैं जो ट्रेफिक में रुके वाहनों से भीख मांगते है और रो-रो कर काफी परेशान करते हैं.
चारधाम यात्रा के साथ जहां यात्रियों की संख्या बढ़ रही है वहीं शहर के मंदिरों में भिक्षुओं की संख्या भी बढ़ गयी है। ये भिखारी यात्रियों से आये दिन भगवान के नाम पर भीख मांगते हैं। जब इनको भीख नहीं मिलती तो यह बदतमीजी पर उतर आते हैं।
मंगलवार शाम को भी इन भिक्षुओं ने यात्रियों के साथ बदसलूकी की, जिसकी शिकायत यात्रियों ने पुलिस से की। जिस पर पुलिस ने 21 भिक्षुओं को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार भिक्षुकों में 17 पुरुष व 4 महिलाएं हैं। कोतवाल महादेव उनियाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर सभी के खिलाफ 9/10 भिक्षु एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आज कोर्ट में पेश किया जा रहा है।